Flood in UP: यूपी के महराजगंज में बाढ़ से जलमग्न सड़कों ने खोली PWD की पोल, सड़क निर्माण में लापरवाही से भी बढ़ी मुसीबतें, देखिये वीडियो

डीएन संवाददाता

यूपी के महराजगंज जनपद में बाढ़ के कारण कई सड़कों के जलमग्न होने के पीछे पीडब्लूडी के अफसरों की नादानी को भी एक बड़ा कारण माना जा सकता है। लापरवाही से बनायी सड़कों ने भी बाढ़ में लोगों की मूसीबतों को बढ़ा दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



महराजगंज: उत्तर प्रदेश का महराजगंज जनपद इस समय बाढ़ से बुरी तरह जूझ रहा है। हर रोज जलमग्न होते क्षेत्र खुद अपना दर्द बयां कर रहे हैं। कई सड़कों के पानी में डूब जाने से जिले में दर्जनों गांवों का संपर्क टूट चुका है। सड़कों के जलमग्न होने के पीछे पीडब्लूडी के अफसरों की नादानी को भी एक बड़ा कारण माना जा सकता है। पीडब्लूडी ने ऐसे निचले स्थानों पर सड़कों का निर्माण किया, जो हर साल बाढ़ में डूब जाते है। सड़कों के डूब जाने से   दर्जनों गांवों को लोगों को भारी मूसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। 

बाढ़ का जायजा लेने के लिये डाइनामाइट न्यूज टीम मंगलवार को जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सदर ब्लॉक पहुंची। यहां महराजगंज-फरेंदा रोड़ महलगंज चेहरी को जोड़ने वाला मार्ग, बलिया पुल होल  हुए सदर विधानसभा से पनियरा विधानसभा को जोड़ने वाली पक्की सड़क, मुजरी और मोदही को जाने वाली रोड पानी में डूब चुकी है।

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यह सड़क तकरीबन दर्जभर से ज्यादा गांवों को जोड़ती है। सड़क के डूब जाने से  चंद मिनटों कि दूरी पूरा करने के करने के लिये ग्रामीणों सको अब घंटों यात्रा करनी पड़ रही है। 

ग्रामीणों ने भी माना कि पीडब्लूडी के अफसरों ने लगभग 10 से 15 फीट निचले स्थान पर सड़क का निर्माण किया हैं, जो बरसात और बाढ़ में हर साल डूब जाती है। सड़क पर पानी हैं या पानी में सड़क, यह पता कर पाना बेहद मुश्किल है। लगभग 5 किलोमीटर की सड़क में 500 मीटर की यात्रा करना किसी सजा से कम नहीँ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पीडब्लूडी यदि सड़क को निचले क्षेत्र में न बनाती तो यह सड़क डूबती नहीं। 

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