मध्य प्रदेश: पहले सेमेस्टर में अनुत्तीर्ण होने के बाद इंजीनियरिंग छात्रा ने हॉस्टल में की आत्महत्या

डीएन ब्यूरो

इंदौर के एक इंजीनियरिंग महाविद्यालय में बी.टेक. पाठ्यक्रम की 19 साल की एक छात्रा ने पहले सेमेस्टर में अनुत्तीर्ण होने के पखवाड़े भर बाद बृहस्पतिवार को अपने हॉस्टल के कमरे में कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

आत्महत्या (फाइल)
आत्महत्या (फाइल)


इंदौर: इंदौर के एक इंजीनियरिंग महाविद्यालय में बी.टेक. पाठ्यक्रम की 19 साल की एक छात्रा ने पहले सेमेस्टर में अनुत्तीर्ण होने के पखवाड़े भर बाद बृहस्पतिवार को अपने हॉस्टल के कमरे में कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

पुलिस के मुताबिक यह छात्रा बी.टेक. के पहले सेमेस्टर में सभी पांच सैद्धांतिक विषयों में अनुत्तीर्ण हो गई थी और 12वीं तक हिन्दी माध्यम में पढ़ने के कारण उसे अंग्रेजी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई में परेशानी हो रही थी।

तुकोगंज थाने के प्रभारी कमलेश शर्मा ने बताया कि श्री जीएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (एसजीएसआईटीएस) के बी.टेक. (इलेक्ट्रिकल) के दूसरे सेमेस्टर की छात्रा दीप्ति मंडलोई (19) ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि मूलतः खरगोन जिले की रहने वाली यह छात्रा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के पहले सेमेस्टर के पांचों सैद्धांतिक विषयों में अनुत्तीर्ण हो गई थी।

शर्मा ने बताया कि मंडलोई ने आत्महत्या से पहले एक पत्र छोड़ा जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि 12वीं तक हिन्दी माध्यम में पढ़ने के कारण उन्हें अंग्रेजी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की पढ़ाई में परेशानी हो रही थी। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग छात्रा की मौत के मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।

एसजीएसआईटीएस, सरकारी सहायताप्राप्त स्वायत्त संस्थान है।

संस्थान के निदेशक राकेश सक्सेना ने बताया कि संस्थान के बी. टेक. पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम 15 दिन पहले ही घोषित हुआ था जिसमें मंडलोई सभी पांच सैद्धान्तिक विषयों में अनुत्तीर्ण हो गई थीं।

उन्होंने बताया,'मंडलोई की साथी छात्राएं जब बृहस्पतिवार सुबह हॉस्टल से महाविद्यालय गईं, तो उन्होंने उनसे कहा कि वह दोपहर के भोजन के बाद कक्षा में आएगी। इसके बाद मंडलोई ने अपने कमरे में फांसी लगा ली।'

 










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