UP STF ने नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले गैंग का किया पर्दाफाश, करोड़ों की फर्जी दवा संग सरगना गिरफ्तार

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने ब्रांडेड व पेटेंट दवाओं के नाम की नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले गैंग का खुलासा किया। एसटीएफ ने इस मामले में गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

करोड़ों रूपये की नकली दवाएं बरामद
करोड़ों रूपये की नकली दवाएं बरामद


लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो ब्रांडेड व पेटेंट दवाओं के नाम की नकली दवाओं की सप्लाई में लिप्त था। यह गैंग उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में नकली दवाओं की आपूर्ति कर रहा था। एसटीएफ ने करोड़ों रूपये की फर्जी दवाओं के साथ गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया, जिसके कब्जे से ब्रांडेड व पेटेंट दवाओं की नकली दवा बरामद की गई। 

गैंग सरगना का विवरण
नकली दवाओं की सप्लाई करने के मामले में गिरफ्तार किये गये गैंग सरगना की पहचान अशोक कुमार के रूप में की गई, जो यूपी के बुलन्दशहर जनपद का निवासी है। इस अभियुक्त को कमिश्नरेट वाराणसी के थाना सिगरा अंतर्गत चर्चकलोनी से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार गैंग सरगना अशोक कुमार

यहां होती थी नकली दवाओं की सप्लाई
एसटीएफ की वाराणसी इकाई द्वारा इस गैंग का पर्दाफाश किया गया। यह गैंग बद्दी, हिमाचल प्रदेश से ब्रांडेड कंपनियों के नाम की नकली दवाएं बनवाता और वाराणसी में उनका अवैध तरीके से भंडारण करता था। गैंग के सदस्य वाराणसी सहित पूर्वांचल के अन्य जनपदों के साथ-साथ पटना, गया, पूर्णिया बिहार, कोलकाता पश्चिम बंगाल, हैदराबाद आंध्र प्रदेश, आदि स्थानों पर नकली दवाओं की सप्लाई करता था। 

गिरफ्तार अभियुक्त अशोक कुमार पुत्र चन्द्रपाल,निवासी-टीचर्स कालोनी सिकन्दराबाद, थाना सिकन्दराबाद, जनपद बुलन्दशहर के कब्जे से 300 पेटी नकील दवाएं बरामद की गई, जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 7.5 करोड़ रुपये है। ये दवाएं महेशपुर थाना मडुआडीह स्थित गोदाम से बरामद किया गया। 

वाराणसी में नकली दवाओं का भंडारण

नकली दवा के साथ फर्जी दस्तावेज
अभियुक्त से नकली दवाओं के अलावा चार लाख चालीस हजार रुपये नगद और कूटरचित बिल एवं अन्य दस्तावेज भी बरामद किये गये। 

आगे की कार्रवाई जारी
गिरफ्तार अभियुक्त से आगे की पूछताछ जारी है। गैंग के अन्य सदस्यों और बरामदगी के सम्बन्ध में आवश्यक विधिक कार्यवाही स्थानीय थाना एवं खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहयोग से की जा रही है।










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