

कानपुर देहात में बच्चे को गोद लिए युवक पर यूपी पुलिस द्वारा बर्बरता से लाठी बरसाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। वरुण गांधी ने यूपी पुलिस पर बड़ा कटाक्ष किया है। पढ़िये पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बच्चे को गोद लिए युवक पर दारोगा के लाठी बरसाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुआ। इस घटना ने यूपी पुलिस को फिक एक बार कटघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि अब पुलिस ने इस प्रकरण पर सफाई देने के साथ ही आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस की लाठी का शिकार हुए पुनीत शुक्ला भी अब सामने आए हैं और उन्होंने पूरी आपबीती बता।
दूसरी तरफ पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कानपुर देहात के इस मामले में पुलिस पर तंज कसा है। वरुण गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।
कानपुर देहात के अकबरपुर में गोद में बेटी को लिए पुनीत शुक्ला को अकबरपुर थाने के एसएचओ विनोद कुमार मिश्र ने बेरहमी से पीटा था। इसका वीडियो वायरल होने के बाद एसएचओ विनोद कुमार मिश्र को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अब पुनीत शुक्ला सामने आए हैं और पूरी कहानी बताई।
पुनीत शुक्ला का कहना है कि 'वह अस्पताल कैंपस में पानी भर रहा था, जिसे लेकर कुछ लोग मेरे भाई रजनीश शुक्ला के पास आए, फिर रजनीश शुक्ला मौके पर गए, इस दौरान अस्पताल चालू था और सब काम हो रहा था, मेरे भाई जब वहां बैठे थे, थोड़ी देर में पुलिस आई और सबको छोड़कर उन पर लाठीचार्ज करने लगी'।
पुनीत शुक्ला ने आगे बताया, 'मैं जैसे ही भाई रजनीश शुक्ला को बचाने गया तो उन्होंने मुझ पर लाठीचार्ज कर दिया और मुझे बेरहमी से पीटने लगे, मेरी गोद में बच्ची बिट्टो थी, बाद में बिट्टो को उन्होंने छीन लिया।'
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