लखनऊ: एडिशनल SP श्वेता श्रीवास्तव के बेटे को रौंदने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, 150 kmph पर चला रहे थे SUV

डीएन ब्यूरो

यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार सुबह एडिशनल एसपी और पीपीएस अफसर श्वेता श्रीवास्तव के 10 वर्षीय इकलौते बेटे को रौंदने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

बच्चे को रोंदने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार
बच्चे को रोंदने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार


लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार सुबह गोमती नगर क्षेत्र में एडिशनल एसपी और पीपीएस अफसर श्वेता श्रीवास्तव के 10 वर्षीय इकलौते बेटे को रौंदने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी कार रेसिंग कर रहे थे और उनकी एसयूवी 150 किमी प्रति घंटे के रफ्तार से चल रही थी। उनकी एसयूवी की चपेट में आने से एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे की मौत हो गई थी। सड़क हादसे को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी फरार हो गये थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक श्वेता श्रीवास्तव के बेटे को रौंदने वालों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस ने पांच टीमें गठित की थी। कड़ी जांच पड़ताल और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने देर रात दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

दोनों आरोपियों की पहचान सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा के रूप में हुई है। एक आरोपी नेता का बेटा है तो दूसरा सर्राफा व्यापारी के परिवार से है। बताया जा रहा है कि दोनों कार रेस कर रहे थे। कार रेसिंग के दौरान उनकी गाड़ी की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा था। उसी दौरान इस घटना को अंजाम दिया।

गिरफ्तार आरोपियो में शामिल सार्थक के पिता रविंद्र सिंह बाराबंकी जिले के रामनगर में जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। जबकि दूसरे आरोपी देवश्री के परिवार का कानपुर में सराफा कारोबार हैं। देवश्री अपने कारोबारी चाचा की गाड़ी लेकर लखनऊ आया था। दोनों आरोपी कार रेस करना चाहते थे, इसी को लेकर सुबह उन्होंने कार दौड़ाई। उनमें होड़ लगी थी कि वे 150 की स्पीड से कार को दौड़ाएंगे। इसी दौरान उन्होंने बच्चे को गाड़ी की चपेट में ले लिया। 

दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने लापरवाही से गाड़ी चलाने समेत  आईपीसी की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस अब दोनों को रिमांड पर लेगी। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
 










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