Lakhimpur: लखीमपुर हिंसा में मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा के खिलाफ SIT ने दाखिल की पांच हजार पन्नों की चार्जशीट

डीएन ब्यूरो

लखीमपुर खीरी के तिकुनियां हिंसा के मामले में एसआईटी ने आज मुख्य आरोपित और मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा के खिलाफ पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल (फाइल फोटो)
मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल (फाइल फोटो)


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में एसआईटी ने 88 दिन बाद मामले के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर ली है। यह चार्जशीट पूरे पांच हजार पन्नों की है। एसआईटी के मुताबिक, घटना के वक्त आशीष मौके पर पर ही मौजूद था। 

इससे पहले एसआईटी 5000 पन्ने की चार्जशीट लेकर लखनऊ कोर्ट पहुंची। चार्जशीट में पुलिस ने आशीष मिश्रा के एक अन्य रिश्तेदार को भी आरोपी बनाया है। घटना के 88 दिन पूरे होने पर आरोपितों के खिलाफ एसआईटी ने आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप और विवेचना के दौरान दर्ज किए गए बयानों पर लोगों की नजरें टिकी थीं। चार्जशीट में मोनू मिश्रा को मुख्य आरोपित माना गया है।  

बता दें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक कुछ किसानों समेत एक पत्रकार व अन्य लोग शामिल थे। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने अपनी जीप से किसानों को कुचल दिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की हत्या कर दी थी।

लखीमपुर हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपी जेल में बंद हैं। पुलिस ने चार्जशीट में एक नया नाम वीरेंद्र शुक्ला बढ़ाया है। वीरेंद्र पर धारा 201 के तहत सबूत मिटाने की साजिश का आरोप है। वीरेंद्र केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का रिश्तेदार है।










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