लखनऊ: पुलिस और परिजनो ने भी छुपाई रेप की वारदात, बच्ची ने दिया बच्चे को जन्म

डीएन संवाददाता

थाना इंदिरानगर इलाके में 12 वर्षीय नाबालिग के साथ कुछ महीने पहले रेप हुआ था। पीड़िता के परिजन लोक-लाज के डर से इस वारदात को छुपाते रहे। पुलिस ने भी इसी वजह से मामला दर्ज नहीं किया। लड़की की कॉन्सलिंग के बाद पीड़िता के परिजन नाबालिग की डिलिवरी के लिए राज़ी हुए और लड़की को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।



लखनऊ: नाबालिग से रेप के मामले में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। रेप के इस मामले में लड़की के नाबालिग होने के कारण पीड़िता के परिजन भी लोक-लाज के डर से कई महीनो से इस वारदात को छुपाते रहे। उसके बाद पुलिस भी मामले में मुकदमा दर्ज करने में लापरवाही करती रही। सूबे की महिला कल्याण मंत्री के दखल और आशा ज्योति केंद्र की टीम के काउंसिलिंग के बाद पीड़िता के परिजन नाबालिग की डिलीवरी को तैयार हुए। अब 12 साल की इस नाबालिग बच्ची ने एक बच्चे को जन्म दिया है। 

 

 

यह मामला राजधानी लखनऊ में थाना इन्दिरा नगर  इलाके का है। जहां कुछ माह पहले 12 वर्षीय मासूम के साथ रेप की घटना हुई। मगर पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज करने से हिला हवाली करती रही। सूबे की महिला कल्याण मंत्री के दखल से अब पुलिस ने मामले में पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि अब पुलिस मामले में कार्यवाही करने की भी बात कह रही है। वहीं आशा ज्योति केंद्र की टीम की काउंसिलिंग के बाद पीड़िता के परिजन नाबालिग की डिलीवरी को तैयार हुए। 

12 वर्षीय बच्ची के साथ हुई इस वारदात को छुपाने के पीछे पीड़िता का परिजनो का मानना था कि उनकी लड़की नाबालिग है। कहा जा रहा है कि पुलिस ने भी इसी वजह से मामला दर्ज नहीं किया। जानकारी के बाद 181 आशा ज्योति केंद्र की टीम की कॉन्सलिंग के बाद पीड़ित के परिजन नाबालिग की डिलिवरी के लिए राज़ी हुए और लड़की को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने बेटे को जन्म दिया है। मंत्री रीता बहुगुणा जोशी की पी ए शबनम पांडेय और आशा ज्योति की टीम ने दबाव बनाकर पूरे मामले को पोक्सो एक्ट में देर रात परिवर्तित करवाया। हालांकि घटना सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी किया। लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लेते हुए हल्की धाराओं में मामला दर्ज किया। 
 










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