

तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में गौवंश की चर्बी एवं फिश आयल में मिलावट को लेकर पूरे संत समाज में आक्रोश है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद (Temple Prasad) में गौवंश की चर्बी एवं फिश आयल मिलने के बाद पूरे देश में तहलका मचा हुआ है। हिंदू समाज (Hindu Society) के धर्माधिकारियों (Religious leaders) में इसे लेकर आक्रोश है। प्राचीन एवं प्रतिष्ठित मंदिर मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar temple) की महिला महंत दिव्यागिरी (Mahant Divyagiri) ने सोमवार को इस बाबत जिलाधिकारी (DM) सूर्यपाल गंगवार के मार्फत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन सौंपा।
महंत दिव्यागिरी ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद मे गौवंश की चर्बी एवं फिश आयल पाने के बाद मिलावट प्रसाद को प्रतिबंधित करते हुये पूरे देश मे जांच कराये जाने की मांग की।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा कि हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जांच मे पाये जाने वाले दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
सनातन मंदिर बोर्ड के गठन की मांग
उन्होंने कहा कि पूरे देश में हिंदू मंदिरों का सरकारीकरण समाप्त कर एक सनातन मंदिर बोर्ड का गठन किया जाए, तभी मंदिरों की मर्यादा का पालन हो सकेगा।
महंत दिव्यागिरी ने कहा कि तिरुपति बालाजी प्रकरण सिर्फ निंदनीय ही नहीं, अपितु दंडनीय अपराध है। इस अक्षम्य अपराध से असंख्य सनातन धर्मावलंबियों की आस्था पर कुठाराघात हुआ है। इसमें संलिप्त अपराधियों पर अविलंब कठोरतम कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।