DN Exclusive: 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर क्या है उत्तर प्रदेश के लोगों की राय? कितने आजाद हैं हम?
देश भर में शनिवार को 74 वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। अनगिनत वीर शहीदों द्वारा अपनी जान की कुर्बानी देने और लंबे संघर्ष के बाद भारत 15 अगस्त 1947 को गुलामी की बेडियों से मुक्त हुआ। आज डाइनामाइट न्यूज़ लखनऊ वासियों से विशेष तौर पर बात कर रहा है कि वाकई कितने आजाद हुए हम औऱ उनकी नजर में क्या हैं स्वतंत्रता के मायने?
लखनऊ: जब देश आजाद हुआ था तब हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को एक सम्पन्न और सशक्त भारत बनाने का संकल्प किया था। आज हमारा देश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। ऐसे में डाइनामाइट न्यूज़ ने लखनऊ की जनता से बात की और जानी उनके मन की बात।
लखनऊ की रहने वाली मार्गरेट ने बताया कि कोरोना के समय में बेरोजगारी बढ़ गई है। लोगों के पास काम न होने से घर-परिवार चलाने मे परेशानी हो रही है। सरकारों को इस पर ध्यान देने की जरुरत है।
12 वीं में पढने वाले छात्र बिलाल का कहना है कि देश मे शिक्षा विशेष तौर पर तकनीकी शिक्षा तक सभी की पहुंच बढ़ानी होगी। कोरोना काल मे अस्पतालों में अच्छे इलाज मिलने की बात हो, या फिर मंहगाई की बात हो। सरकारें इस ओर ध्यान दें तो हमारा देश काफी आगे निकल सकता है। अजुर्नगंज निवासी कुलेन्द्र का कहना है कि सरकारों ने आजादी के बाद से काफी काम किया है लेकिन अभी भी काफी कुछ करने की जरूरत है वहीं मोहित शर्मा ने बताया कि कोरोना का समय आने के बाद आम आदमी का काफी बुरा हाल है।
मंहगाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को हल करना सरकारों की प्राथमिकता मे होना चाहिए तभी हमारा भारत देश दुनिया मे सुपर पावर और विश्वगुरू बन सकता है।
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