Uttar Pradesh: सेना में भर्ती के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा, यूपी एसटीएफ ने किया गैंग का पर्दाफाश, दो जालसाज भगौड़े सैनिक गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

यूपी एसटीएफ ने भारतीय सेना में भर्ती के लिए आवश्यक मेडिकल टेस्ट पास कराने, कूटरचित नियुक्ति पत्र देने और भर्ती प्रक्रिया की सूचिता भंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

दो जालसाज भगोड़े सैनिक गिरफ्तार
दो जालसाज भगोड़े सैनिक गिरफ्तार


लखनऊ: यूपी एसटीएफ और मिलिट्री इन्टेलीजेन्स लखनऊ की संयुक्त कार्यवाही में  भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया। सेना में आवश्यक मेडिकल टेस्ट पास कराने, कूटरचित नियुक्ति पत्र देने औऱ अन्य तरीकों से सेना की भर्ती प्रक्रिया की सूचिता भंग करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार सदस्यों में भारतीय सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्यारी से भागे एक भगौड़ा सैनिक व मिशन डिफेन्स एकेडमी के प्रबन्धक लखनऊ शामिल हैं। आरोपियो ने सैकड़ों अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट पास करवाकर सेना में भर्ती कराने के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा किया।

गिरफ्तार अभियुक्तों कती पहचान पवन राज पुत्र परशुराम, निवासी कमलाबाद बढौली, बक्शी का तालाब, लखनऊ और सतीश यादव पुत्र अर्जुन यादव निवासी ग्राम रानीखेडा, थाना मोहनलालगंज लखनऊ शामिल है। दोनों भगोड़े सैनिक हैं, जिनको कोर्ट आफॅ इन्क्वाइरी प्रक्रिया के बाद सेना से कोर्ट मार्षल किया गया था।

अभियुक्तों को शनिवार को मिशन डिफेन्स एकेडमी निकट सीआरपीएफ कैम्प थाना बिजनोर कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया गया

अभियुक्तों के कब्जे से 9 कॉल लेटर, 5 कूटरचित स्टैम्प, 2 अदद प्रवेश पत्र कूटरिचत, 5 एएमसी फार्म, 4 शैक्षिक प्रमाण पत्र,  5 सेना भर्ती विज्ञापन, 5 मिशन डिफेन्स एकेडमी विज्ञापन स्टीकर,  1 सेना का आईडी कार्ड, 3 बैंक प्रपत्र,   3 अनुबन्ध पत्र मूलप्रति, 1 चार पहिया वाहन (नं-यू0पी0-32 जेटी-3034 (इयोन) बरामद किया गया। 

गिरफ्तार किये गये दोनों सैनिकों की कोर्ट आफॅ इन्क्वाइरी प्रक्रिया के बाद सेना से कोर्ट मार्शल किया गया था। इस गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के विषय में एसटीएफ व मिलिट्री इन्टेलीजेन्स लगातार जानकारी एकत्रित कर रही थी। 

इस प्रकरण में आये सैनिक के बारे में मिलिट्री इन्टेलीजेन्स लखनऊ के साथ जानकारी साझा करने पर ज्ञात हुआ कि वर्ष-2020 में हुये फर्जी भर्ती प्रक्रिया की कोर्ट ऑफ इनक्वाइरी में पवनराज नामक सैनिक का नाम प्रकाश में आया था। जिसके बैंक खाते में भर्ती प्रक्रिया से अवैध कमाई से प्राप्त 89 लाख रुपये प्राप्त हुये ज्ञात हुआ था। कोर्ट ऑफ प्रक्रिया के दौरान ही पवनराज भगोडा हो गया। 

ऐसे मामलों में आरोपियो के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही एवं गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ मुख्यालय की टीमों द्वारा सर्तक निगरानी की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि दिनांक 7 जुलाई को संगठित गिरोह के सदस्य पवनराज अपने सहयोगी सहित इकोगार्डन, थाना आलमबाग कमिश्नरेट लखनऊ आने वाले हैं। 

इस सूचना पर निरीक्षक दिलीप तिवारी, मुआ रुद्र नारायाण उपाध्याय, मुआ आशोक राजपूत, मुआ सन्तोष सिंह, मुआ अषोक गुप्ता, मुआ कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, आरक्षा विजय वर्मा व कुमदेष यादव व लखनऊ मिलिट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम कार्यवाही के लिए मुखबिर को साथ मौके पर पहुंची और बताये गये स्थान पर आवश्यक घेराबन्दी करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना बिजनौर कमिश्नरेट लखनऊ में धारा 140/170/171/419/420/467/468/471 भादवि पंजीकृत कराया गया है। अभियुक्तों के खिलाफ अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।










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