मायावती बोलीं- भीम आर्मी और रावण से हमारा कोई लेना-देना नहीं
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को लेकर बड़ा बयान दिया है। मायावती ने कहा कि बसपा समेत उनका रावण से कोई लेना-देना नहीं है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें और क्या-क्या बोलीं मायावती
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को साफ किया कि पार्टी समेत उनका भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण से कोई लेना-देना नहीं है। मायावती ने कहा कि कुछ युवा हमसे जबरदस्ती रिश्ता बता रहे हैं, जबकि मेरा वास्तव में इस किस्म के लोगों से कभी कोई रिश्ता नहीं हो सकता है। हमारा रिश्ता केवल गरीबों और पिछड़े लोगों से है।
यह भी पढ़ें |
UP Assembly Election: मायावती का ऐलान- बसपा किसी से नहीं करेगी समझौता, अकेले लड़ेंगे यूपी चुनाव
लखनऊ में अपने नये आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मायावती ने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के चलते उनसे बे-वजह रिश्ता जोड़ने की कोशिश कर रहे। उनकी इस तरह की कोशिशें साजिश है। मेरा रिश्ता केवल उन कमजोर और दलितों आदिवासियों से है, जिनका मैं नेतृत्व करती रही हूं।
यह भी पढ़ें |
गठबंधन पर बोलीं मायावती, राहुल-सोनिया चाहते हैं लेकिन दिग्विजय सिंह नहीं
गौरतलब है कि यूपी के सहारनपुर में 2017 में हुई जातीय हिंसा के मुख्य आरोपी और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण ने अपनी रिहाई के बाद मायावती को बुआ कहकर संबोधित किया था। रावण ने रिहाई के बाद कहा कि हम प्रयास करेंगे कि कांशीराम के आंदोलन को आगे बढ़ाएं। बसपा सुप्रीमो मायावती को बुआ कहकर संबोधित करते हुए रावण ने कहा था कि उन्होंने (मायावती) ने कार्यकाल में बहुत काम किए हैं, हम उनके काम को सलाम करते हैं। मायावती ने उक्त बातें इसी संबंध में दी।
मायावती ने आगामी आम चुनावों में संभावित गठबंधन को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सम्मानजनक सीटें मिलने पर ही वह किसी गठबंधन का हिस्सा बनेंगी। सही सीटें न मिलने की स्थिति में बसपा गठबंधन से अलग होकर खुद अकेले ही चुनाव लड़ सकती है।