कोविड-19 संक्रमण इंसानों की जीन संरचना में कर सकता ये बदलाव, पढ़िये ये ताजा शोध

डीएन ब्यूरो

सार्स-सीओवी-2 वायरस से संक्रमित लोगों की जीनोम संरचना में बदलाव हो सकता है जो उनके प्रतिरक्षा संबंधी लक्षणों और लंबे समय तक कोविड-19 से संक्रमित रहने के जोखिम के बारे में बता सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

प्रोफेसर वेनबो ली
प्रोफेसर वेनबो ली


नयी दिल्ली: सार्स-सीओवी-2 वायरस से संक्रमित लोगों की जीनोम संरचना में बदलाव हो सकता है जो उनके प्रतिरक्षा संबंधी लक्षणों और लंबे समय तक कोविड-19 से संक्रमित रहने के जोखिम के बारे में बता सकता है।

एक अध्ययन के अनुसार, हमारी कोशिकाओं में आनुवंशिक सामग्री, कोशिकाओं के केंद्रक में पाए जाने वाली क्रोमैटिन नामक संरचना में जमा होती है। ऐसा पता चला है कि अन्य श्रेणियों के कुछ वायरस हमारे क्रोमैटिन में बदलाव कर देते हैं ताकि वे हमारी कोशिकाओं में सफलतापूर्वक फिर से पैदा हो सकें।

अभी यह पता नहीं चला है कि सार्स-सीओवी-2 क्या हमारे क्रोमैटिन पर असर डालते हैं और अगर डालते हैं तो कैसे।

पत्रिका ‘नेचर माक्रोबायोलॉजी’ में प्रकाशित यह अध्ययन कोविड-19 संक्रमण के बाद मानव कोशिकाओं में क्रोमैटिक संरचना पर प्रकाश डालता है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अध्ययन के मुख्य लेखक और अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर’ में सहायक प्रोफेसर वेनबो ली ने कहा, ‘‘हमने पाया कि किसी सामान्य कोशिका में अच्छी तरह से बनी कई क्रोमैटिन संरचना संक्रमण के बाद अव्यवस्थित हो जाती हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए ए/बी कम्पार्टमेंट्स नाम की एक क्रोमैटिन संरचना होती है जो हमारे क्रोमैटिन में पाए जाने वाले यिन और यांग भाग की तरह हो सकती है। सार्स-सीओवी-2 संक्रमण के बाद हमने पाया कि यिन और यांग भाग अपना सामान्य आकार खो देते हैं और एक-दूसरे में मिश्रित हो जाते हैं।’’

अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ऐसा मिश्रण सूजन के लिए अहम एक जीन इंटरल्यूकिन-6 समेत कुछ अहम जीन में बदलाव की वजह हो सकता है जिससे कोरोना वायरस से गंभीर रूप से पीड़ित मरीज में किटोकिन की स्थिति पैदा हो सकती है। किटोकिन में बहुत तेजी से रक्त में अनगिनत किटोकिन आ जाते हैं और यह एक गंभीर स्थिति होती है।










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