जानिये, महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर किस मास्टर ब्लास्टर के हैं कायल

महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों और खिलाड़ियों के चहेते है लेकिन अपने करियर में कई रिकॉर्ड कायम करने वाले मास्टर ब्लास्टर वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी के कायल है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 23 April 2023, 4:17 PM IST
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नयी दिल्ली: महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों और खिलाड़ियों के चहेते है लेकिन अपने करियर में कई रिकॉर्ड कायम करने वाले मास्टर ब्लास्टर वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी के कायल है।

तेंदुलकर ने 1999-2000 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अपने पूर्व टीम के ‘पसंदीदा साथी वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘आप प्रतिभा के धनी है। आप गेंद को मुझसे एक सेकंड पहले देख सकते हैं।’’

इस वाकये का जिक्र तेंदुलकर की जीवन पर पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद की नयी किताब ‘सचिन@50: सेलिब्रेटिंग ए मेस्ट्रो’ में जिक्र हैा। इस किताब में तेंदुलकर को ‘ क्रिकेट का भगवान’ बताया गया है।

पुस्तक में पूर्व भारतीय क्रिकेटर एमएसके प्रसाद ने तेंदुलकर, द्रविड़, गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण से उस ऑस्ट्रेलिया दौरे (1999-2000) पर की गयी बातचीत का जिक्र किया है। इस दौरे पर तेंदुलकर भारतीय टीम के कप्तान थे।  

प्रसाद ने कहा कि राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण तीनों उनके चहेते खिलाड़ी है। लेकिन तत्कालीन भारतीय कप्तान ने लक्ष्मण को अपना पसंदीदा खिलाड़ी घोषित किया।

भारत के पूर्व चयनकर्ता रहे प्रसाद के मुताबिक तेंदुलकर ने चेहरे पर हमेशा मुस्कान करने वाले लक्ष्मण से कहा, ‘‘ अगर आप बिना मुस्कुराये मुझे अपना दांत दिखाएंगे, तो मैं आपको अपना चहेता खिलाड़ी मानूंगा।’’

लक्ष्मण को लगा कि तेंदुलकर उनका मजाक बना रहे है लेकिन मास्टर ब्लास्टर ने द्रविड़ और गांगुली की तुलना में उन्हें अपना चहेता खिलाड़ी चुनने का कारण बताया।

तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ आप प्रतिभा के काफी धनी हैं। आप गेंद को मुझसे एक सेकेंड पहले देख सकते हैं। ईश्वर ने आपको असाधारण प्रतिभा दी है जिसे आप समझ नहीं पा रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ मेरी बल्लेबाजी चार गियर (चरण) में होती है ‘डिफेंस, पुश, ड्राइव और लॉफ्ट’ । मैं परिस्थितियों को समझ कर उसके मुताबिक खेलने की कोशिश करता हूं। लेकिन आपके पास इतनी प्रतिभा है कि आप सीधे चौथे गियर में बल्लेबाजी कर सकते है। आप गेंद को जल्दी देख लेते है और परिस्थितियों के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करते है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में आप कभी सफल होते है तो कभी असफल। जिस दिन आप पहले तीन गियर के बारे में समझ लेंगे आप इस खेल के महान खिलाड़ी बन जायेंगे।’’

इस किताब का विमोचन तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन पर सोमवार को किया जायेगा ।

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