महाराष्ट्र विधानसभा में किसानों के कल्याण संबंधी विपक्ष के सवाल पर जानिये क्या बोले सीएम शिंदे

डीएन ब्यूरो

राज्य विधानसभा में शिंदे ने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को पहुंचे नुकसान का पता लगाने के लिए उन्होंने नांदेड़ और नासिक के जिला अधिकारियों से बात की है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

एकनाथ शिंदे, सीएम, महाराष्ट्र
एकनाथ शिंदे, सीएम, महाराष्ट्र


मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को कहा कि बेमौसम बारिश के कारण फसलों को पहुंचे नुकसान का आकलने करने के लिए पंचनामा तैयार किए जा रहे हैं और उनकी सरकार किसानों के कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है।

राज्य विधानसभा में शिंदे ने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को पहुंचे नुकसान का पता लगाने के लिए उन्होंने नांदेड़ और नासिक के जिला अधिकारियों से बात की है।

उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह हुई बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों के पंचनामा लगभग पूरे हो चुके हैं।

सदन में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने यह मुद्दा उठाते हुए पूछा कि क्या सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील है।

पवार ने कहा, ‘‘ राज्य में ‘येला अलर्ट’ जारी है। मौसम खराब है। किसान बेमौसम बारिश के कारण अपनी खड़ी फसलों को हुए नुकसान से परेशान हैं, जिसके कारण वे आत्महत्या कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार किसानों की पीड़ाओं पर असंवेदनशीलता से बात करते हैं। विधानसभा को स्थिति को गंभीरता से लेने की जरूरत है। किसान रहेंगे तो राज्य बचेगा।’’

इससे पहले सुबह महा विकास आघाडी (एमवीए) के विधायकों ने किसानों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करते हुए विधान भवन की सीढ़ियों पर विरोध-प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

एमवीए में शिवेसना (उद्वव ठाकरे नीत गुट), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है।

दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं अजीत पवार और अंबादास दानवे के नेतृत्व में विधायकों ने कहा, ‘‘इस सरकार का क्या फायदा अगर वे किसानों को उनकी फसल के लिए पर्याप्त कीमत नहीं दे सकती।’’










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