Nirbhaya Gets Justice: जानिए फांसी से पहले निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों ने किस तरह बिताया एक-एक पल..

निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को शुक्रवार सुबह तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटकाया गया। 2012 में राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप कांड में करीब सवा सात साल के बाद इंसाफ हुआ है। चारों को सुबह 5:30 बजे फांसी दी गई है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए फांसी से पहले सुबह 4 बजे से 6 बजे तक दोषियों के साथ क्या-क्या हुआ था..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 20 March 2020, 11:44 AM IST
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नई दिल्लीः आज यानी की शुक्रवार की सुबह देश की बेटी को न्याय मिला है। देश को झकझोर देने वाले निर्भया सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या मामले के चारों दोषियों विनय शर्मा (26), मुकेश सिंह(32), अक्षय ठाकुर (31) और पवन गुप्ता (25) को शुक्रवार तड़के पांच बजकर 30 मिनट पर यहां तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है।

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तिहाड़ जेल के महानिदेशक ने बताया कि चारों दोषियों को ठीक 5:30 बजे फांसी पर लटकाया गया और करीब 6 बजे यानी आधे घंटे बाद चारों को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया और इसके लिए जेल नंबर-3 की फांसी कोठी में दो तख्तों पर चारों को लटकाने के लिए चार हैंगर बनाए गए थे। इनमें से एक का लीवर मेरठ से आए जल्लाद पवन ने खींचा तथा दूसरे लीवर को जेल स्टाफ ने खींचा।

शुक्रवार तड़के चारों को इनके सेल से जगाया गया हालांकि, चारों में से कोई भी सोया नहीं था। इसके बाद सुबह की जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद इनसे नहाने को कहा गया। इसके बाद इनके लिए चाय मंगाई गई लेकिन किसी ने चाय नहीं पी। इसके बाद उनसे आखिरी इच्छा पूछी गई और फिर सेल से बाहर लाने से पहले चारों को काला कुर्ता-पजामा पहनाया गया और हाथ पीछे की ओर बांध भी दिए गए थे।

दोषियों का शव दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंच चुका है जहां पोस्टमार्टम की वीडियो रिकार्डिंग भी होगी। जेल मैनुअल और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार ही पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार को शव सौंपा जाएगा। अक्षय का परिवार दीनदयाल अस्पताल पहुंच चुका है। पोस्टमार्टम के बाद उन्हें अक्षय का शव सौंप दिया जाएगा।