

ओडिशा के बोलांगीर-बारगढ़ जिलों में फैली और आयुर्वेदिक औषधियों की खान कही जाने वाली गंधमर्दन पहाड़ियों को अब जैवविविधता धरोहर स्थल घोषित किया गया है।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
भुवनेश्वर: ओडिशा के बोलांगीर-बारगढ़ जिलों में फैली और आयुर्वेदिक औषधियों की खान कही जाने वाली गंधमर्दन पहाड़ियों को अब जैवविविधता धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ओडिशा के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की। विभाग ने कहा कि करीब 190 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली गंधमर्दन पहाड़ियों को अब ओडिशा जैवविविधता नियम-2012 के तहत ‘जैवविविधता धरोहर स्थल’ का दर्जा दिया जाएगा ताकि उनके पारिस्थितिकी तंत्र को बचाया जा सके।
इस तरह यह कंधमाल जिले के मंदसुरु गॉर्ज और गजपति के महेंद्रगढ़ के बाद राज्य में तीसरा जैवविविधता धरोहर स्थल बन जाएगा।
इस पर्वतीय क्षेत्र में 1,055 पादक प्रजातियां हैं जिनमें अनेक औषधीय हैं। यहां करीब 500 प्रजाति के पशु भी रहते हैं।
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