जानिये विश्व में पहले परमाणु बम का शिकार हुए हिरोशिमा के बारे में, पीएम मोदी ने शांति स्मारक पर अर्पित की पुष्पांजलि

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में जापान के हिरोशिमा शहर में हुए परमाणु हमले में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए हिरोशिमा शांति स्मारक संग्रहालय में रविवार को पुष्पांजलि अर्पित की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

हिरोशिमा शांति स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की
हिरोशिमा शांति स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की


हिरोशिमा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में जापान के हिरोशिमा शहर में हुए परमाणु हमले में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए हिरोशिमा शांति स्मारक संग्रहालय में रविवार को पुष्पांजलि अर्पित की।

मोदी जी7 समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान की यात्रा पर हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोदी ने जी7 के अन्य नेताओं के साथ संग्रहालय का दौरा किया। उन्होंने संग्रहालय की आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज (रविवार) सुबह हिरोशिमा में शांति स्मारक संग्रहालय और हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क गया।’’

स्मारक पर अन्य विश्व नेताओं ने भी अमेरिका के परमाणु हमले में मारे गए लोगों को पुष्पांजलि अर्पित की।

अमेरिका ने छह अगस्त 1945 को हिरोशिमा में दुनिया का पहला परमाणु हमला किया था, जिसमें यह शहर तबाह हो गया था और करीब 1,40,000 लोगों की मौत हो गई थी।

मोदी के स्मारक स्थल स्थित संग्रहालय के दौरे की तस्वीरें ट्वीट करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हिरोशिमा के पीड़ितों की याद में श्रद्धांजलि। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शांति स्मारक संग्रहालय का दौरा कर अपने दिन की शुरुआत की, जहां उन्होंने दस्तावेजों का अवलोकन किया और आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए।’’

मंत्रालय ने जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे विश्व नेताओं की एक सामूहिक तस्वीर भी ट्वीट की। उसने कहा, ‘‘नेताओं ने भी हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क में श्रद्धांजलि अर्पित की।’’

इस संग्रहालय में हमले में मारे गए लोगों के सामान, तस्वीरें और अन्य सामग्री रखी गई हैं, जो हिरोशिमा पर अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराए जाने की विभीषिका दर्शाती हैं।

जी7 देशों में जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, इटली और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।










संबंधित समाचार