DN Exclusive: यूपी को टीबी मुक्त बनाने की सरकारी योजना को तगड़ा झटका, कासगंज के अस्पताल में लाखों रूपये की टीबी दवाएं आग के हवाले,
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2025 से पहले उत्तर प्रदेश को जानलेवा टीबी रोग यानि ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त बनाने की घोषणा की है। लेकिन यूपी के कासगंज जिले में एक ऐसा उलट मामला सामने आया है, जिससे यूपी सीएम योगी की इस मुहिम को तगड़ा झटका लगा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
कासगंज: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2025 से पहले उत्तर प्रदेश को जानलेवा टीबी रोग यानि ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त बनाने की घोषणा की है। लेकिन यूपी के कासगंज जिले में एक ऐसा उलट मामला सामने आया है, जिससे यूपी सीएम योगी की इस मुहिम को तगड़ा झटका लगा है। कासगंज जिला अस्पताल के टीबी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गरीबों को मुफ्त में वितरित की जाने वाली टीबी रोग से सम्बंधित लाखों मूल्य की दवाओं को अस्पताल परिसर में कूड़े के ढ़ेर में जलाकर नष्ट कर दिया गया। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक कासगंज जिला अस्पताल में बने टीबी अस्पताल के पीछे गरीबों को फ्री में वितरित कीजाने वाली लाखों रुपये मूल्य की टीबी रोग से सम्बंधित कैप्सूल, मल्टी विटामिन गोलियां और इन्जेक्शन को कूडे के ढेर में फैंककर आग के हवाले कर दिया गया। कथित अधिकारियों के निर्देशों पर सफाई कर्मचारी व चौकीदार से दवाओं को जलवाया गया।
यह भी पढ़ें |
कासगंज: पीपल के पेड़ के नीचे दबने से छात्रा की हुई मौत, घरवालों ने मचाया कोहराम
टीबी अस्पताल के सफाई कर्मी और चौकीदार के मुताबिक उन्हें यह दवाएं डिस्ट्रिक्ट ट्रीटमेंट सुपरवाइजर ने आग लगाने के लिए दी थी। दवाओं के साथ ही इनसे जुड़े कई रिकार्ड और अभिलेखों को भी जलाकर नष्ट करने की बात सामने आई है।
इस मामले में टीबी अस्पताल के डिस्ट्रिक्ट ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सौरव का कहना है कि उन्होंने दवाओं के खाली पत्तों में आग लगाई है। इस मामले में जिला कार्यक्रम संयोजक धर्मेंद्र ने भी मौके पर जाकर जांच की। उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में अभी मामला आया है और वह यहां पहुंचकर इस मामले की पड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने मौके पर जो दवाएं देखी हैं और जिनको जलाया गया है, उसकी जानकारी अब वह उच्चाधिकारियों को देंगे।
कासगंज की जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कहा कि उन्होंने टीबी अस्पताल के अधीक्षक सी एल यादव से बात करके मामले की जानकारी हासिल की है। सीएल यादव को मामले की जांच करके तत्काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
यह भी पढ़ें |
Kasganj: खत्म हुआ फर्जीवाड़ा का खेल, एक करोड़ रुपए वेतन लेने वाली फर्जी शिक्षिका गिरफ्तार