कानपुर: उगते सूरज को अर्घ्य देकर छठ महापर्व की विदाई

डीएन संवाददाता

छठ महापर्व के अंतिम दिन कानपुर के सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। जैसे ही सूर्य देव के दर्शन हुए, वैसे ही महिलाओं ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया और अपना व्रत तोड़ा। इस दौरान महिलाओं ने संतान प्राप्ति समेत बच्चों की लंबी आयु के लिए सूर्य देवता से प्रार्थना की।

उगते सूर्य देव को अर्घ्य देती महिला
उगते सूर्य देव को अर्घ्य देती महिला


कानपुर: छठ महापर्व के अंतिम दिन आज सुबह से ही घाटों पर उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अलग-अलग घाटों पर पहुंचकर लोगों ने सूर्य को अर्घ्य देते हुए अपने बच्चों की दीर्घायु की कामना की। कई महिलाओं ने संतान प्राप्ति की मनोकामना के साथ अपना व्रत तोड़ा।

सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़

शुक्रवार सुबह तीन बजे से ही महिलायें सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर पहुंचने लगी। इस दौरान घाटों पर महिलाओं ने भजन कीर्तन गाया। कानपुर के सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। जैसे ही सूर्य देव के दर्शन हुए, वैसे ही महिलाओं ने उगते हुए सूर्य को मान्यता के अनुसार नहर में खड़े होकर अर्घ्य दिया और अपना व्रत तोड़ा। इस दौरान महिलाओ ने संतान प्राप्ति समेत बच्चों की लंबी आयु के लिए सूर्य देवता से प्रार्थना की।

संतान प्राप्ति की कामना

छठ पूजा के लिये आयी अर्चना ने बताया कि छठ पर्व के लिये वह सुबह 4 बजे से ही परिवार के साथ घाट पर पहुंची। जैसे ही सूर्य देव के दर्शन हुए, सूर्य को अर्घ्य देते बच्चों की दीर्घायु के लिये प्रार्थना की। उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं की संतान नहीं होती है, उनके लिए यह व्रत होता है। हमारी एक बेटी है, जबकि बेटा नहीं है। छठ मइया से हमने प्रार्थना की हमे एक बेटा भी दे दे।
 










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