कानपुर: कानपुर आईआईटी की पीएचडी की छात्रा से रेप के आरोपी सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) मोहसिन खान पर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। विभाग ने कलेक्टरगंज सर्किल में तैनात मोहसिन खान का तबादला कर दिया है।
आरोपी मोहसिन खान को कलेक्टरगंज से हटाकर लखनऊ में डीजीपी हेड क्वार्टर से अटैच किया गया है। जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। आज शुक्रवार को पीड़िता के बयान दर्ज किए जाएंगे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार छात्रा और आरोपी एसीपी कानपुर स्थित एक अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक संस्थान में पीएचडी कर रहे हैं। छात्रा ने हॉस्टल में रहते हुए पढ़ाई के दौरान अधिकारी से दोस्ती की।
पीड़िता का कहना है कि शादी की बात करने पर अधिकारी ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गई।
डिप्टी कमिश्नर अंकिता शर्मा ने बताया कि मामले की गहन छानबीन के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि पांच सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व एसीपी (ट्रैफिक) अर्चना सिंह कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार आरोपी एसीपी ने ‘साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी’ में पीएचडी करने के लिए पांच महीने पहले आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया था। इस दौरान, उन्होंने कथित तौर पर पीएचडी स्टूडेंट से शादी का वादा करके उससे संबंध बनाए।
पीड़िता का आरोप है कि एसीपी ने अपनी पहली पत्नी को तलाक देने के बाद उससे शादी करने का वादा किया था लेकिन जब अधिकारी ने इनकार कर दिया, तो पीड़िता ने धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई।
जानकारी के अनुसार पीपीएस अधिकारी एसीपी मोहसिन खान कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात थे। मोहसिन पहले से शादीशुदा हैं, उनका एक बच्चा है। लेकिन उन्होंने छात्रा को अविवाहित बताकर धोखे में रखा। जब पोल खुली तो पत्नी से तलाक की कहानी बनाई।
अपर पुलिस उपायुक्त अर्चना सिंह ने पीड़िता से मिलने और उसके दावों की पुष्टि करने के लिए सादे कपड़ों में आईआईटी-के परिसर का दौरा किया। एक अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया में एसीपी के खिलाफ आरोप विश्वसनीय लगते हैं। उन्हें अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है और स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए शहर से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है।

