कालियागंज हिंसा मामला: एक व्यक्ति की गोलीबारी में मौत की जांच की जिम्मेदारी सीआईडी ने संभाली

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में पिछले सप्ताह छापे के दौरान कथित पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की ‘मौत’ की जांच का जिम्मा सोमवार को संभाल लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

Crime (फाइल)
Crime (फाइल)


कोलकाता: पश्चिम बंगाल के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में पिछले सप्ताह छापे के दौरान कथित पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की ‘मौत’ की जांच का जिम्मा सोमवार को संभाल लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि 17 साल की एक लड़की की मौत को लेकर हुई हिंसा के मद्देनजर छापेमारी के दौरान ‘पुलिस गोलीबारी’ में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। लड़की 20 अप्रैल को ट्यूशन पढ़ने गयी थी, लेकिन लौटकर घर नहीं आई और अगले ही दिन उसका शव कालियागंज की एक नहर में बहता हुआ पाया गया था।

अधिकारी ने स्पष्ट कर दिया कि अपराध जांच विभाग लड़की की मौत की जांच नहीं करेगा।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम उस व्यक्ति की मौत की जांच करेंगे, जो कालियागंज में पुलिस छापे के दौरान गोलीबारी में मारा गया था। हम लड़की की मौत की जांच नहीं करेंगे। हमने आज सुबह से अपना काम शुरू कर दिया है।’’

गौरतलब है कि लड़की की मौत को लेकर विरोध जता रहे प्रदर्शनकारी पिछले हफ्ते हिंसक हो गये थे और भीड़ ने कालियागंज थाने में आग लगा दी थी तथा ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी थी।

पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, हालांकि प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है।

स्थानीय लोगों ने दावा किया कि कालियागंज थाना पर हमला करने वालों की तलाश में 27 अप्रैल को तड़के दो बजे कालियागंज के राधिकापुर इलाके में 33-वर्षीय मृत्युंजय बर्मन के घर पर छापेमारी की गयी थी और इस दौरान वह ‘‘पुलिस गोलीबारी में मारा गया’’ था ।

मृतक के बड़े भाई ने कालियागंज थाने के एक सहायक उपनिरीक्षक के खिलाफ कथित ‘हत्या’ में शामिल होने का मामला दर्ज कराया है।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि बर्मन को पुलिस ने गोली मार दी थी।

उन्होंने ट्विटर पर एक शव की तस्वीर और वीडियो भी साझा किया, जिसकी ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।

हालांकि, रायगंज पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।

इस बीच, लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसके साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या की गयी है, परिवार ने पुलिस शिकायत भी की है।

मृतका के पिता ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और अपनी बेटी की हत्या की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।

राज्य सरकार ने पीड़िता के शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए उच्च न्यायालय के समक्ष दावा किया कि उसके साथ दुष्कर्म के संकेत नहीं मिले हैं।










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