Jammu Kashmir: भगवान शिव को समर्पित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर की यात्रा शुरू, जानिये यात्रा की खास बातें

जम्मू-कश्मीर के पर्वतीय पुंछ जिले में भगवान शिव को समर्पित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिये शुक्रवार को भगवती नगर आधार शिविर से एक हजार से अधिक तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना हुआ। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर:

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 18 August 2023, 4:39 PM IST
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जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पर्वतीय पुंछ जिले में भगवान शिव को समर्पित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिये शुक्रवार को भगवती नगर आधार शिविर से एक हजार से अधिक तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना हुआ। इसी के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच दस दिवसीय बूढ़ा अमरनाथ यात्रा की शुरुआत आज से हुई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह द्वारा तीर्थयात्रियों के काफिले को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय 'बम बम भोले', 'हर हर महादेव' और 'जय श्री राम' के नारे गूंज रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि 907 पुरुष तथा 411 महिलाओं सहित कुल 1,338 तीर्थयात्री 29 वाहनों के काफिले में पुंछ के राजपुरा गांव में स्थित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर के लिये रवाना हुए। तीर्थयात्रियों के काफिले की सुरक्षा अर्धसैनिक बल कर रहे हैं।

तीर्थयात्रियों के जत्थे को रवाना करते वक्त विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय महासचिव विनायकराव देशपांडे और बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज डोनेरिया सहित धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। यात्रा शुरू करने से पहले श्लोकों और मंत्रों के उच्चारण के बीच पूजा-अर्चना की गई।

पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा कि बूढ़ा अमरनाथ यात्रा उत्तर भारत में हिंदुओं की महत्वपूर्ण तीर्थयात्राओं में से एक है और सुचारू तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुंछ की मंडी तहसील के राजपुरा गांव में भगवान शिव को समर्पित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर, जम्मू के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह यात्रा पुंछ के दशनामी अखाड़े से मंदिर में 'छड़ी मुबारक' (पवित्र दंड) पहुंचने पर समाप्त होती है।