पाकिस्तान से टेरर फंडिंग के मामले में 7 अलगाववादी नेता गिरफ्तार
एनआईए ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हुर्रियत के 7 नेताओं को पाकिस्तान से टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान को लेकर भारत के कड़े रुख में अलगाववादी नेता अक्सर अड़ंगा डालते रहते हैं। इन नेताओं के इस तरह के रुख के लिये उन पर तरह-तरह के आरोप भी लगते रहे हैं। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में इन नेताओं के टेरर फंडिग के लिंक सामने आये है।
पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए हुर्रियत के 7 नेताओं को गिरफ्तार किया है। इनमें फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान, शाहिद-उल-इस्लाम, अल्ताफ फंटूस, मेहराजुद्दीन, अयाज अकबर और पीर सैफुल्ला शामिल हैं। इनमे से बिट्टा कराटे को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, जबकि बाकी लोगों की गिरफ्तारी श्रीनगर से हुई है। श्रीनगर से अब इन्हें आगे की जांच और पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जा रहा है।
एनआईए ने यह कार्यवाही एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद की। एक न्यूज चैनल पर दिखाए गए स्टिंग ऑपरेशन में हुर्रियत नेता नईम खान कथित यह स्वीकारते हुए दिखायी दिये कि उन्हें हवाला के माध्यम से पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से फंडिंग मिल रही है। इसी खुलासे के बाद एनआईए ने मामले की जांच शुरू की थी। मीडिया खबरों के मुताबिक मई में एनआईए ने इस सिलसिले में कई अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की थी। एनआईए की एक टीम ने तहरीक-ए-हुर्रियत के फारूक अहमद डार उर्फ 'बिट्टा कराटे' और जावेद अहमद बाबा उर्फ 'गाजी' से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी। इसके बाद को इन दोनों को अपने बैंक खातों की जानकारी और संपत्ति के दस्तावेजों के साथ पूछताछ के लिए दिल्ली भी तलब किया गया था।