जमीयत ने वकील राजीव धवन को अयोध्या केस से हटाया, पुनर्विचार याचिका सुनवाई में नहीं होंगे शामिल

डीएन ब्यूरो

अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को केस से हटा दिया गया है। सोमवार को जमीयत द्वारा दाखिल की गई पुनर्विचार याचिका में राजीव धवन को वकील नहीं बनाया गया है। राजीव धवन ने फेसबुक पर पोस्ट कर इस बारे में बताया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

राजीव धवन(फाइल फोटो)
राजीव धवन(फाइल फोटो)


नई दिल्लीः सोमवार को जमीयत द्वारा दाखिल की गई पुनर्विचार याचिका में राजीव धवन को वकील नहीं बनाया गया है। उन्हें इस केस से हटा दिया गया है। इस बारे में उन्होनें फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है।

यह भी पढ़ेंः एक बार फिर अयोध्या मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जानें क्या कहा AIMPLB ने

 

यह भी पढ़ें | दीपोत्सव: इस साल खास अंदाज में रोशन होगी रामनगरी, बनेगा ये अनोखा रिकॉर्ड

Just been sacked from the Babri case by AOR Ejaz Maqbool who was representing the Jamiat. Have sent formal letter accepting the 'sacking' without demur. No longer involved in the review or the case

Posted by Rajeev Dhavan on Monday, 2 December 2019


फेसबुक पोस्ट पर उन्होनें लिखा है कि मुझे ये बताया गया कि मुझे केस से हटा दिया गया है। केस से हटाने की वजह उनकी तबीयत बताई गई है, जो कि बिल्कुल बकवास है। जमीयत को ये हक है कि वो मुझे केस से हटा सकते हैं लेकिन जो वजह दी गई है वह गलत है। राजीव धवन ने लिखा है, 'जमीयत उलेमा-ए-हिंद का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील एजाज मकबूल (ऑन रेकॉर्ड) द्वारा मुझे बाबरी केस से हटा दिया गया है। मैंने बिना कोई आपत्ति जताई इस कार्रवाई को स्वीकार करने का पत्र भेज दिया है।'

 

यह भी पढ़ें | राम मंदिर मामला: सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में नए बदलाव से मुस्लिम पक्षकार नाखुश

I have been informed that Mr Madani has indicated that I was removed from the case because I was unwell. This is total...

Posted by Rajeev Dhavan on Monday, 2 December 2019


उन्होनें कहा की आज होने वाली सुनवाई में वो शामिल नहीं होंगे। उन्हें बताया गया है कि मदनी ने उन्हें बर्खास्तगी के बारे में कहा है। बताया जा रहा है कि धवन को उनकी तबीयत खराब होने का हवाला देकर उन्हें बर्खास्त किया गया है, जो कि सही बात नहीं है। इस बाबत राजीव धवन ने एजाज मकबूल को एक चिट्ठी भी लिखा है।










संबंधित समाचार