Jaipur: नन्हें शावकों के जन्म से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की बढ़ी रौनक, पर्यटन को लगेंगे पंख
जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघिन रानी ने दो सुनहरे और एक सफेद शावक को जन्म दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जयपुर: राजस्थान के जयपुर में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघिन रानी ने तीन शावकों को जन्म दिया है। इनमें दो सुनहरे और एक सफेद शावक हैं। सफेद बाघ के नन्हें कदमों से पर्यटन को गति मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। चमकदार, नीली आंखों और आकर्षक सफेद धारियों वाला शावक बहुत आकर्षक दिखता है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार सफेद शावक के आने से वन्यजीव प्रेमियों को भी इसकी झलक देखने को मिलेगी। क्योंकि सफेद बाघ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लगभग 10 हजार सामान्य बाघों के जीन उत्परिवर्तन के बाद प्राकृतिक रूप से पैदा होता है।
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हालांकि, इन्हें जन्म के लगभग चार महीने तक सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। लेकिन इससे पहले पर्यटक सीसीटीवी कैमरे के जरिए चंचल और सफेद शावक की झलक देख सकते हैं। वहीं, इसका नाम अभी नहीं रखा गया है। इतना ही नहीं उनके नियमित मेडिकल चेकअप और विशेष देखभाल के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जो दिन-रात सीसीटीवी कैमरों के जरिए उन पर नजर रख रही है।
शावकों की निगरानी कर रहे डीएफओ जगदीश गुप्ता ने बताया कि राजस्थान के लिए यह पहली बार है कि शिवाजी की बाघिन रानी ने सफेद शावक को जन्म दिया है। इसको लेकर बाघ प्रेमियों के साथ-साथ वन विभाग का अमला भी रोमांचित है। इससे भी खास बात यह है कि अब लोगों को व्हाइट टाइगर की नई प्रजाति देखने को मिलेगी। इसलिए उनकी परवरिश पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है और सीसीटीवी के जरिए निगरानी की जा रही है। इतना ही नहीं सफेद शावक के आने से पर्यटन भी बढ़ेगा।
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दरअसल साल 2021 में बाघ शिवाजी को ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान से और बाघिन रानी को उड़ीसा के नंदनकानन से जयपुर लाया गया था। यहां दोनों एक दूजे के हो गए। दोनों को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रखा गया था, जहां 10 मई को बायोलॉजिकल पार्क में एक साथ तीन किलकारी सुनाई दीं, जिनमें से एक सफेद शावक था।