इन विकेटों पर खेलना नामुमकिन नहीं, आपको अपने डिफेंस पर भरोसा करना होगा

डीएन ब्यूरो

भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत ने सोमवार को कहा कि बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक मिले विकेटों पर खेलना असंभव नहीं था लेकिन बल्लेबाजों को अपने डिफेंस पर भरोसा करना होगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

भारतीय क्रिकेटर केएस भरत  (फाइल फोटो)
भारतीय क्रिकेटर केएस भरत (फाइल फोटो)


इंदौर: भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत ने सोमवार को कहा कि बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक मिले विकेटों पर खेलना असंभव नहीं था लेकिन बल्लेबाजों को अपने डिफेंस पर भरोसा करना होगा।

पिछले 12 महीने से टेस्ट टीम में शामिल भरत को अंतत: मौजूदा श्रृंखला में पदार्पण का मौका मिला क्योंकि ऋषभ पंत दिसंबर में कार दुर्घटना में लगी चोटों से उबर रहे हैं।

भरत ने पहले दो टेस्ट में अपनी विकेटकीपिंग से प्रभावित किया और दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के 115 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मनोबल बढ़ाने वाली पारी खेली।

छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए रविंद्र जडेजा से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजे गए भरत ने 22 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 23 रन की आक्रामक पारी खेली।

भरत ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा, ‘‘मैंने दिल्ली में जो भी किया उसका लुत्फ उठाया। मेरा काम चीजों को सामान्य रखना है। आपको अपने डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत है, इन विकेटों पर खेलना असंभव नहीं है। आप अपने शॉट खेलों, अपने डिफेंस पर भरोसा करो तो निश्चित तौर पर बल्लेबाजों के पास रन बनाने का मौका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘रोहित भाई ने मुझे कहा कि मैं दिल्ली में दूसरी पारी में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करूंगा। ऑस्ट्रेलिया के आउट होते ही मैं बल्लेबाजी करने और योगदान देने के लिए तैयार था। इन पिचों पर शॉट चयन महत्वपूर्ण होता है। अगर शॉट चयन सही हो तो रन बनते हैं।’’

इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘‘आप सिर्फ डिफेंस नहीं कर सकते, आपको रन बनाने के मौके भी तलाशने होंगे, मैंने यही करने का प्रयास किया।’’

रविचंद्रन अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी की मौजूदगी में विकेट के पीछे भरत का काम आसान नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘वे शीर्ष स्तरीय स्पिनर हैं। विकेटकीपिंग आसान नहीं है लेकिन इतने वर्षों तक घरेलू क्रिकेट में विकेटकीपिंग करने से मदद मिलती है।’’

पंत के चोटिल होने के कारण भरत को टेस्ट पदार्पण का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अगला कदम उठाने के लिए तैयार थे।

भरत ने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी के रूप में आप हमेशा उम्मीद करते हैं कि आपको मौका मिलेगा। मैं हमेशा स्वयं को किसी भी मौके के लिए तैयार रखता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वर्षों तक घरेलू क्रिकेट और भारत ए की ओर से खेलने के बाद मुझे नागपुर में खेलने का मौका मिला। आप अपने देश के लिए खेलना चाहते हैं, यह सबसे बड़ा सपना है। जब मौका मिले तो इसका फायदा उठाओ।’’










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