DN Exclusive: खुली सिंचाई मंत्री महेन्द्र सिंह के दौरे की पोल, न दिखी जनता की पीड़ा और न इंजीनियरों का भ्रष्टाचार, बिना हकीकत जाने मंत्री ने थपथपायी भ्रष्ट अफसरों की पीठ

शिवेंद्र चतुर्वेदी

पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता इन दिनों भयानक बारिश और बाढ़ से परेशान है। दिखावे के नाम पर सूबे के सिंचाई मंत्री महेन्द्र सिंह हवा-हवाई दौरे कर रहे हैं। दो से चार घंटे में ये एक जिले का दौरा पूरा हो जा रहा। दौरे के नाम पर हेलीकाप्टर से हवा में निरीक्षण, अफसरों के साथ बैठक और फिर प्रेस वार्ता। कोरम पूरा। मंत्री क्यों बाढ़ पीड़ितों के बीच नहीं जा रहे? यह सवालों के घेरे में है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:



महराजगंज: बिना बाढ़ पीड़ितों के बीच गये सिर्फ हेलीकॉप्टर से क्या बाढ़ पीड़ितों का दर्द जाना जा सकता है? य़े सवाल जिले के बाढ़ पीड़ित पूछ रहे हैं सिंचाई एवं जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह से?

कहने को तो मंत्री जी बुधवार को जिले के दौरे पर थे लेकिन उनका ये दौरा बाढ़ पीड़ितो के लिहाज से बेहद निराशाजनक रहा।

भले ये ये दौरा बाढ़ पीड़ितों के लिए निराशाजनक रहा हो लेकिन जिले के सिंचाई विभाग के डकैत इंजीनियरों के लिए यह मन-मांगी मुराद वह भी घर बैठे दे गया।

हेलीकाप्टर के दौरे से जब मंत्री जी फुर्सत पाये तो कलेक्ट्रेट में सीना चौड़ा कर पहले तो सलामी ली फिर अफसरों के साथ सरकारी बैठक। जब इससे निजात मिली तो पहले से लिखी स्क्रिप्ट के मुताबिक प्रेस वार्ता।

चंद घंटे के हवा-हवाई दौरे के बाद मंत्री ने डकैत इंजीनियरों की जमकर पीठ थपथपायी। मंत्री को क्यों नहीं इंजीनियरों की काली-करतूत दिखायी दी? क्यों नहीं बाढ़ पीड़ितों की समस्या दिखायी दी? यह सवालों के घेरे में है। 

 










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