भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को रिकॉर्ड 347 रन से हराकर इतिहास रचा
अनुभवी स्पिनर दीप्ति शर्मा ने लगातार दूसरे दिन गेंदबाजी में कमाल दिखाया जिससे भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को यहां एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को तीसरे दिन ही रिकॉर्ड 347 रन से करारी शिकस्त देकर इतिहास रचा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नवी मुंबई: अनुभवी स्पिनर दीप्ति शर्मा ने लगातार दूसरे दिन गेंदबाजी में कमाल दिखाया जिससे भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को यहां एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को तीसरे दिन ही रिकॉर्ड 347 रन से करारी शिकस्त देकर इतिहास रचा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी कल के स्कोर 6 विकेट पर 186 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने 479 रन का असंभव लक्ष्य रखा।
ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा (32 रन देकर 4 विकेट) और तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर (23 रन देकर तीन विकेट) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके इंग्लैंड को 131 रन पर ढेर कर दिया।
इस तरह से भारत ने महिला टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत दर्ज की। उसने श्रीलंका का रिकॉर्ड तोड़ा जिसने 1998 में पाकिस्तान को 309 रन से हराया था।
भारत ने अपनी पहली पारी में 428 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और इसके बाद इंग्लैंड की टीम को 136 रन पर समेट दिया था।
यह भी पढ़ें |
Maharashtra: क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ झगड़ा , कैंची से किया हमला , अस्पताल में भर्ती
यह भारतीय टीम की इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू धरती पर 15 टेस्ट मैच में पहली जीत है। इससे वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले सप्ताह होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच में बढ़े मनोबल के साथ भाग लेगी।
पिछले तीन दिन में भारतीय टीम ने ऐसी कोई कमजोरी नहीं दिखाई जिससे यह लगे कि वह पिछले दो वर्षों में अपना पहला टेस्ट मैच खेल रही है। यह भारत का पिछले नौ वर्ष में घरेलू धरती पर पहला टेस्ट मैच था।
इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों और विशेषकर दीप्ति के सामने जूझते हुए नजर आए। दीप्ति ने पहली पारी में सात रन देकर पांच विकेट लिए थे। भारत की पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाली दीप्ति को मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
विशाल लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की टीम शुरू में ही लड़खड़ा गई। तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने टैमी ब्यूमोंट (17) का ऑफ स्टंप थर्राकर भारत को पहली सफलता दिलाई।
वस्त्राकर ने अपने पहले ओवर में ही दो विकेट लेकर इंग्लैंड को गहरे संकट में डाल दिया। उन्होंने सोफिया डंकले (15) को गली में हरलीन देयोल के हाथों कैच कराया और फिर अगली गेंद पर नेट साइवर-ब्रंट को बोल्ड किया।
यह भी पढ़ें |
दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने की राशिद ख़ान की तारीफ, जानिये क्या कहा
भारत ने हीथर नाइट और डैनी व्याट के खिलाफ डीआरएस के दो रिव्यू भी बर्बाद किये लेकिन उसे तीसरा विकेट हासिल करने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा।
वस्त्राकर ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। उनकी ऑफ स्टंप से बाहर की गई गेंद नाइट के बल्ले को चूमकर यास्तिका भाटिया के दस्तानों में समा गई। नाइट ने 21 गेंद पर 20 रन बनाए जिसमें चार चौके शामिल हैं। दीप्ति ने व्याट (12) को पहली स्लिप में कैच कराकर पारी में अपना पहला विकेट लिया।
दीप्ति ने इसके बाद एमी जोन्स (05) को शॉर्ट मिड विकेट पर कैच देने के लिए मजबूर किया। इस 26 वर्षीय गेंदबाज ने पारी के अपने सातवें ओवर में केट क्रॉस (16) और लॉरेन फाइलर (00) को पवेलियन भेजा।
दीप्ति हालांकि एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बनने से चूक गई। इस बीच राजेश्वरी गायकवाड़ (20 रन देकर 2 विकेट) ने कुछ सफलताएं हासिल की। बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी ने सोफी एक्लेस्टोन (10) और लारेन बेल (08) को आउट करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया।