भारतीय रेलवे ने 100वें इलेक्ट्रिक इंजन को दिखाई हरी झंडी, जानें इसकी खास बातें

डीएन ब्यूरो

भारतीय रेलवे द्वारा विद्युतीकरण पर जोर देने के दौर में दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) जोन के विजयवाड़ा संभाग ने तीसरे चरण के 100वें इंजन को रवाना कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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विजयवाड़ा: भारतीय रेलवे द्वारा विद्युतीकरण पर जोर देने के दौर में दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) जोन के विजयवाड़ा संभाग ने तीसरे चरण के 100वें इंजन को रवाना कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

संभागीय रेलवे प्रबंधक शिवेंद्र मोहन ने बुधवार शाम को विजयवाड़ा में इलेक्ट्रिक लोको शेड (ईएलएस) से इस इंजन को रवाना किया। इसे चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में बनाया गया है और इस संभाग को सौंपा गया हैं

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बृहस्पतिवार को जारी एक बयान के अनुसार अप्रैल, 1981 में स्थापित ईएलएस ने 42 साल पूरे किये हैं तथा शुरू में इसे पारंपरिक इलेक्ट्रिक इंजनों के रखरखाव के लिए चालू किया गया था।

चार दशक की लंबी सेवा के बाद इस लोको शेड को अप्रैल 2021 से तीसरे चरण के इलेक्ट्रिक इंजनों के रखरखाव के लिए उन्नत बनाया गया।

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फिलहाल विजयवाड़ा शेड में 264 इंजन है जिनमें 100 तीसरे चरण के इलेक्ट्रिक इंजन है और 164 पारंपरिक इलेक्ट्रिक इंजन हैं।










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