भारतीय मुक्केबाज नीतू गंघास बनी विश्व चैम्पियन

राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किग्रा) ने शनिवार को यहां महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग पर शानदार जीत से खिताब अपने नाम किया।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 25 March 2023, 9:12 PM IST
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नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किग्रा) ने शनिवार को यहां महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग पर शानदार जीत से खिताब अपने नाम किया।

भारतीय मुक्केबाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर न्यूनतम वजन वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्टेडियम में बीजिंग ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और नीतू के आदर्श विजेंदर सिंह भी मौजूद थे।

नीतू ने आक्रामक शुरूआत की, पहले राउंड में भिवानी की मुक्केबाज 5-0 से आगे थी। दूसरे राउंड में उन्होंने दनादन सीधे मुक्के जड़े। अल्तानसेतसेग ने जब जवाबी हमला किया तो इस भारतीय मुक्केबाज ने अपनी प्रतिद्वंद्वी से अच्छा बचाव किया।

दोनों मुक्केबाज करीब होकर खेल रही थी और एक दूसरे को जकड़ रही थी जिसमें दूसरे राउंड के अंत में नीतू पर ‘पेनल्टी’ से अंक कांट लिये गये।

दूसरे राउंड में मंगोलियाई मुक्केबाज की मजबूत वापसी के बावजूद नीते इसे 3-2 से अपने हक में करने में सफल रही।

फिर अंतिम तीन मिनट में नीतू ने दूर से शुरूआत की और अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए फिर करीब से खेलने लगीं जिसमें अल्तानसेतसेग का भी प्रतिद्वंद्वी को जकड़ने के लिये एक अंक काट लिया गया। अंत में भारतीय मुक्केबाज विजेता रहीं ।

पहले तीन मुकाबले आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीतने वाली नीतू ने पूरे टूर्नामेंट में दबदबे भरा प्रदर्शन किया।

इस जीत से 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू विश्व चैम्पियन खिताब हासिल करने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बनी।

छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) अन्य मुक्केबाज हैं जिन्होंने विश्व खिताब जीते हैं।

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