भारतीय मूल के अमेरिकी व्यक्ति को तस्करी के जुर्म में तीन वर्ष से अधिक की सजा

डीएन ब्यूरो

भारतीय मूल के एक अमेरिकी व्यक्ति को यात्रा करने वाले ऐप ऊबर का इस्तेमाल करते हुए तस्करी के जरिये अमेरिका के अंदर 800 भारतीय नागरिकों को लाने के जुर्म में तीन वर्ष से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है।

तस्करी (फाइल)
तस्करी (फाइल)


न्यूयार्क: भारतीय मूल के एक अमेरिकी व्यक्ति को यात्रा करने वाले ऐप ऊबर का इस्तेमाल करते हुए तस्करी के जरिये अमेरिका के अंदर 800 भारतीय नागरिकों को लाने के जुर्म में तीन वर्ष से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है।

न्याय विभाग ने एक बयान जारी करके कहा कि राजिंदर पाल सिंह उर्फ जसपाल गिल(49) ने फरवरी में अपना अपना अपराध स्वीकार किया कि वह कनाडा की सीमा से सैंकड़ों भारतीय नागरिकों को देश में लेकर आया और तस्करी के इस रैकेट का महत्वपूर्ण सदस्य होने के नाते उसने 500,000 डॉलर से अधिक धन वसूला।

कैलिफोर्निया निवासी सिंह को अमेरिकी जिला अदालत ने मंगलवार को सजा सुनाई। कार्यवाहक अमेरिकी एटॉर्नी टेस्सा एम गोरमैन ने कहा, ‘‘उसे 45 महीनों की सजा सुनाई जाती है...।’’

गोरमैन ने कहा, ‘‘ चार वर्ष से अधिक की अवधि में सिंह ने उत्तरी सीमा से अमेरिका में 800 से अधिक लोगों के आने की व्यवस्था की।’’

न्यायाधीश ने कहा कि सिंह का आचरण वाशिंगटन के लिए सुरक्षा खतरा था। उन्होंने कहा, ‘‘ सिंह ने अमेरिका में बेहतर जिंदगी की आस लिए भारतीयों को इस साजिश का शिकार बनाया, साथ ही उन्हें 70,000 डॉलर के ऋण के तले दबा दिया।’’

मामले के दस्तावेजों के अनुसार सिंह तथा सह षड्यंत्रकर्ता ने अवैध तरीके से कनाडा से सिएटल पहुंचे लोगों को अन्य हिस्से में लाने के लिए ऊबर का इस्तेमाल किया।

षड्यंत्रकर्ता जुलाई 2018 से इस काम को अंजाम दे रहे थे।

 










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