अंडर-17 एशियाई कप में ‘प्रतिकूल परिस्थितियों’ में ट्रेनिंग कर रहा है भारत

डीएन ब्यूरो

बारिश के बीच यहां खाओ याइ खेल परिसर में अंडर-17 एशियाई कप की तैयारियों पर ध्यान लगा रही भारतीय टीम अचानक तालियों की गड़गड़ाहट और उपहास से हैरान रह गई।

अंडर-17 एशियाई कप (फाइल)
अंडर-17 एशियाई कप (फाइल)


खाओ याई: बारिश के बीच यहां खाओ याइ खेल परिसर में अंडर-17 एशियाई कप की तैयारियों पर ध्यान लगा रही भारतीय टीम अचानक तालियों की गड़गड़ाहट और उपहास से हैरान रह गई।

‘प्रतिकूल माहौल’ ने लड़कों के बीच भ्रम की भावना पैदा की जिनका ध्यान प्रशिक्षण से हट गया, हालांकि सिर्फ क्षण भर के लिए।

खिलाड़ियों ने जल्द ही महसूस किया कि यह शोर, वास्तव में मैचों के दौरान वियतनाम के प्रशंसकों द्वारा लगाए जाने वाले कुख्यात नारों की रिकॉर्डिंग है जिसे टीम के सहायक कर्मचारी स्पीकर के माध्यम से बजा रहे है। यह टीम के ट्रेनिंग सत्र के दौरान मैच जैस हालात तैयार करने का हिस्सा है।

भारत एएफसी अंडर-17 एशियाई कप के ग्रुप डी में वियतनाम के खिलाफ शनिवार को अपने अभियान की शुरुआत करेगा जिसके बाद उज्बेकिस्तान (20 जून) और जापान (23 जून) से भिड़ेगा।

कोचिंग स्टाफ टीम की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है।

भारतीय अंडर-17 टीम के मुख्य कोच बिबियानो फर्नांडिस ने कहा, ‘‘हमने 2018 में पहली बार वियतनाम के प्रशंसकों का अनुभव किया और यह कहा जा सकता है कि उनका शोर बहरा करने वाला था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लड़कों को ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में खेलने की आदत डालने में कुछ समय लगा इसलिए हमने इस समूह को पहले से तैयार करने के बारे में सोचा।’’

फर्नांडिस ने कहा, ‘‘हालांकि हम जहां भी जाते हैं वहां के स्टैंड में हमें भारतीय अच्छी संख्या में मिलते हैं इसलिए उम्मीद उम्मीद है कि इस बार भी ऐसा ही होगा।’’

भारत के अंडर-17 के मुख्य कोच और उनके सहयोगी स्टाफ ने प्रतियोगिता के पिछले सत्र में 2018 में यह सब अनुभव किया जिसे तब एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप के रूप में जाना जाता था।

भारत ने अपने शुरुआती मैच में मलेशिया के कुआलालंपुर में वियतनाम का सामना किया था। टीम इस बार भी फिर से ऐसा करने के लिए तैयार है लेकिन इस बार थाईलैंड में।

भारत ने तब विक्रम प्रताप सिंह के 86वें मिनट में पेनल्टी पर दागे गोल से जीत दर्ज करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।

फर्नांडिस ने कहा, ‘‘ढोल लगातार बज रहे थे और उनके प्रशंसक पूरे मैच के दौरान गाते रहे। जब हमने गोल किया तो उनका गाना और नारे अचानक रुक गए लेकिन कुल मिलाकर यह लड़कों के लिए एक नया अनुभव था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘थाईलैंड में हमारी टीम में 10 लड़के हैं जो क्वालीफायर के दौरान हमारे साथ नहीं थे और यह अच्छा है कि वे जानते हैं कि ऐसी परिस्थितियों में कैसे खेलना है।’’

 










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