DN Exclusive: चंद्रग्रहण का देश की राजनीति पर पड़ेगा बुरा प्रभाव, कुछ राशियों के लिये होगा बेहतर साबित

शुक्रवार यानि आज रात को सबसे बड़ा चंद्रग्रहण होने जा रहा है। ज्योतिष के मुताबिक यह चंद्रग्रहण के कई नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम देने वाला माना जा रहा है। अधिकतर राशियों समेत देश की राजनीति पर इसके दुष्प्रभाव हो सकते है लेकिन कुछ राशियों के लिये यह अच्छा भी साबित हो सकता है। जाने किस पर क्या पड़ेगा इसका प्रभाव..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 27 July 2018, 2:35 PM IST
google-preferred

नई दिल्ली: सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण आज यानी 27 जुलाई  को रात 11.54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3.49 तक रहेगा, यानी यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। जिसकी अवधि 3 घंटे 55 मिनट तक है। इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है। यह एक दिव्य संयोग माना जा रहा है। इससे पूर्व 16 साल पहले वर्ष 2000 में ऐसा संयोग बना था।

देश की राजनीति, व्यक्ति विशेष समेत देश पर भी इस चंद्रग्रहण का प्रभाव होगा। कुछ राशियों पर इसके सकारात्मक तो कुछ पर नकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

 

 

देश की आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त उपकुलपति डॉ श्रीधर ओझा ने डाइनामाइट न्यूज़ से खास बातचीत में इस चंद्र ग्रहण के दौरान होने वाले फायदे, नुकसान और लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया।

राजनीति में भारी उथल-पुथल

सेवानिवृत्त उपकुलपति ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव देश पर भी पड़ेगा। राजनीतिक तौर पर इसके प्रभाव नकारात्मक होंगे। इसके प्रभाव से देश की राजनीति में भारी उथल-पुथल देखने को मिलेंगे।

इन राशियों के लिये होगा बेहतर

डॉ श्रीधर ओझा के मुताबिक यह चंद्रग्रहण कुछ राशि के लोगों के लिये फायदेमंद भी हो सकता है। खासकर मेष, सिंह, वृश्चिक और मीन वाले लोगों को इसके फायदे मिल सकते हैं बाकि सभी राशियों पर इसके प्रभाव अच्छे नहीं होंगे।

दुष्प्रभाव से इस तरह पाएं निजात

चंद्र ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिये लोगों को नदी, सरोवर या नल पर स्नान करना लाभदायक होगा। भगवान शिव के मंत्रों का जप या मां भगवती के मंत्रों से इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।  

मंदिरों में आरती का समय बदला

वाराणसी में चंद्रग्रहण आज रात 11:54 बजे शुरू होगा। चंद्र ग्रहण के 8 घंटे पूर्व ही भगवान की स्तुति और मंदिरों का पूजन आदि बंद कर दिया जाता है। वाराणसी के मंदिरों में शाम को होने वाली आरती का समय बदल दिया गया है।

 

Published : 

No related posts found.