Hindi Diwas: हिंदी दिवस से जुड़ी कुछ बड़ी और अद्भुत बातें जानिये यहां

हिंदी भाषा पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जानी वाली भाषा है। हिंदी की व्यापकता और पहुंच तेजी से और भी बढ़ रही है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये हिंदी भाषा से जुड़ी कुछ खास बातें।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 September 2024, 1:44 PM IST
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नई दिल्ली: आज के ही दिन 14 सितंबर 1949 (14 September 1949) को संविधान सभा ने जनभाषा हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया था, तभी से पूरी दुनिया में हिंदी दिवस (Hindi Day) मनाया (Celebrated) जाता है। 

हमारी आधिकारिक भाषा हिंदी होने के अलावा हिंदी (Hindi) सबसे सरल भाषाओं में से एक है। हिंदी भारत के अधिकांश लोगों द्वारा बोली जाती है।

हिंदी हमारी मातृभाषा (Mother Tongue) होने के साथ-साथ राष्ट्रीय भाषा भी है। हिन्दी भाषा की जडे प्राचीनकाल से हमारे साथ जुङी है। हिन्दी भाषा तीसरी ऐसी भाषा है, जिसे विश्व में सबसे ज्यादा बोला जाता है। इसकी पहुंच लगातार बढ़ती जा रही है। 

तकनीकी युग में भी हिंदी का बोलबाला
हिंन्दी भाषा वो भाषा है, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज के आधुनिक युग में सर्वाधिक लोकप्रिय है। तकनीक की दुनिया में भी हिंदी का बोलबाला लगातार बढता जा रहा है। हिंदी ने भारत की अभिव्यक्ति को वैश्विक मंच पर मजबूत किया है। हिन्दी भाषा ने भारतवासियों एकजुट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारत देश विविधता से भरा है। इस देश में कई जाति–धर्म के लोग रहते है। इसीलिए यंहा कई भाषा बोली जाती है। लेकिन हिंदी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है।

भारत संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है। हिंदी दिवस के दिन पूरे देश में कई तरह के कार्यक्रम आयोजत किये जाते है। जिनमें निबंध लेखन, कविता पाठ, भाषण प्रतियोगिताएं तथा अन्य गतिविधियां शामिल है। 

अग्रेंजी के प्रभाव के कारण हिंदी का उपयोग में आयी कमी
आजकल अग्रेंजी के प्रभाव के कारण हिंदी का उपयोग कई क्षेत्रों में कम हो गया है और इस स्थिति को बदलने के लिए हिंदी दिवस के माध्यम से प्रयास किए जाते है। हांलाकि हिन्दी भारत की आधिकारिक भाषा है। लेकिन आज भी कई क्षेत्रों में इसका सही ढंग से प्रयोग नही हो रहा है।

आज के वैश्विक दौर में अंग्रेजी का आज के युवा पर काफी प्रभाव बना रहा है। अंग्रेजी भाषा का उपयोग ज्यादा किया जाता है। आज के युवा का सोचना है कि अंग्रेजी भाषा के माध्यम से सफलता की सीढ़ी आसानी से चढ़ी जा सकती हैं। जो कि एक गलतफहमी है। हिंदी माध्यम से भी सफलता को छूआ जा सकता है। 

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