हिमाचल प्रदेश: एनईएक्सटी के खिलाफ मेडिकल कॉलेज के छात्रों का प्रदर्शन समाप्त
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि नेशनल एग्जिट टेस्ट (एनईएक्सटी) में एमबीबीएस 2019 बैच शामिल नहीं किया जाएगा जिसके बाद शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत अंतिम वर्ष के छात्रों ने अपना मौन प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
हमीरपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि नेशनल एग्जिट टेस्ट (एनईएक्सटी) में एमबीबीएस 2019 बैच शामिल नहीं किया जाएगा जिसके बाद शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत अंतिम वर्ष के छात्रों ने अपना मौन प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
छात्रों ने स्वास्थ्य मंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है।
छात्रों ने लेकिन कहा कि किसी भी बैच के लिए परीक्षा आयोजित नहीं की जानी चाहिए। साथ ही कहा कि वे इसके खिलाफ अदालत जाएंगे।
छात्रों ने शुक्रवार सुबह कॉलेज परिसर के बाहर मीडियाकर्मियों से भी बातचीत की।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि एमबीबीएस के 2019 बैच के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए अगले वर्ष दो चरणों में एनईएक्सटी आयोजित किया जाएगा। मई और नवंबर में इसका आयोजन संभावित है।
छात्रों ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि कॉलेज की उपस्थिति बनाए रखते हुए और कक्षाएं लेते हुए इतने कम समय में राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा की तैयारी करना ‘अन्याय’ है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी एनईएक्सटी का विरोध करते हुए कहा था कि वर्तमान परिदृश्य में इसे लागू करना संभव नहीं है जब तक एनएमसी भारत के मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा के समान मानकों को सुनिश्चित नहीं करता।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर में शुक्रवार को छात्रों के साथ बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि केंद्र और एनएमसी ऐसा कोई निर्णय नहीं लेंगे जिससे भ्रम पैदा हो।
मांडविया ने छात्रों से कहा, ‘‘किसी भी छात्र को तनाव लेने की जरूरत नहीं है। मैं 2019 बैच को एनईएक्सटी के अंतर्गत नहीं ला रहा हूं। 2020 बैच को इसके अंतर्गत लाया जाएगा। इस साल एनईएक्सटी आयोजित नहीं किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी बात ये है कि मैं एनईएक्सटी को अंतिम परीक्षा नहीं मानूंगा....।’’