DN Exclusive: हैंड ग्रेनेड मिलने के बाद उठे सवाल कहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव तो नहीं थे निशाने पर?

जय प्रकाश पाठक

राज्य पुलिस के आला अफसरों से लेकर मैनपुरी के पुलिस कप्तान.. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा में हुई गंभीर चूक की लीपापोती में जुट गये हैं। जिस तरह नामांकन के लिए जाते समय बीच सड़क पर हैंड ग्रेनेड मिला है उससे यह गंभीर सवाल उठ खड़ा हुआ है कि कहीं निशाने पर अखिलेश यादव तो नही थे। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..



नई दिल्ली/लखनऊ/मैनपुरी: क्या देश के प्रमुख विपक्षी नेताओं में से एक.. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव किसी के निशाने पर हैं? यह बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। सोमवार की सुबह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव मैनपुरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में अपना नामांकन पत्र भरने जा रहे थे। 

नामांकन के लिये जाते हुए मुलायम सिंह और अखिलेश, इसी काफिले पर था खतरा 

उनके साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी थे। यही नहीं काफिले में एक दर्जन से अधिक वीआईपी भी थे। इनमें राज्य सभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव, बदायूं सांसद धर्मेन्द्र यादव, मैनपुरी के वर्तमान सांसद तेज प्रताप यादव सहित कई प्रमुख लोग शामिल रहे। इनके अलावा पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बच्चे भी अपने दादा के नामांकन के काफिले में शामिल रहे। 

लोकसभा चुनाव: मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव ने भरा नामांकन, अखिलेश यादव भी रहे मौजूद

नामांकन से ठीक पहले थाना दन्नाहार क्षेत्र के ग्राम झंडाहार के पास बीच सड़क पर हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। यह खबर फैलते ही लोग सन्न रह गये कि कैसे जेड प्लस की सिक्योरिटी से लैस दो-दो मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो गयी। दोनों नेता 24 घंटे एनएसजी कमांडो युक्त सुरक्षा से लैस रहते हैं फिर भी यह दुस्साहस।

सड़क पर मिला हैंड ग्रेनेड

मौके पर पहुंची पुलिस ने हैंड ग्रेनेड को कब्जे में लिया। फिर शुरु हुआ अपनी नाकामी छिपाने का खेल। इस संबंध में राज्य के आईजी कानून और व्यवस्था प्रवीण तिवारी से लेकर मैनपुरी के पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय का कहना है कि हैंड ग्रेनेड पुराना और निष्क्रिय है। यह एक नहर में पड़ा था, जहां से बच्चे उठाकर ले आए। जहां पर यह हैंड ग्रेनेड मिला, वो स्थान मुलायम सिंह यादव के मार्ग से बिल्कुल अलग था।










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