गुरुग्राम: फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 12 लोग गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने किराए के एक मकान में चलाए जा रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर कॉल सेंटर के संचालक और दो प्रबंधकों सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पढ़िए डाईनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़


गुरुग्राम: पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने किराए के एक मकान में चलाए जा रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर कॉल सेंटर के संचालक और दो प्रबंधकों सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि साइबर अपराध थाना (पूर्वी) में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के कब्जे से नौ कंप्यूटर, दो लैपटॉप, एक मोबाइल फोन और एक मॉडम (राउटर) बरामद किया गया है। आरोपियों ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों की ग्राहक सेवा की ओर से तकनीकी सहायता प्रदान करने के नाम पर वॉयसमेल और संदेश भेजकर अमेरिकी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी की थी।

अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने तकनीकी सहायता के नाम पर बड़ी संख्या में वॉयस मेल और संदेश भेजने वाले पॉप अप के जरिए विदेशी नागरिकों को ठगा।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी एनीडेस्क, टीम व्यूअर, अल्ट्रा व्यूअर एप्लीकेशन के जरिए विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर व लैपटॉप का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर उन्हें तकनीकी सहायता मुहैया कराने के एवज में प्रति ग्राहक से करीब 500 से 1000 डॉलर लेते थे।

इसने बताया कि आरोपी केवल उपहार कार्ड के माध्यम से शुल्क लिया करते थे।

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के राजाजीपुरम के रहने वाले कॉल सेंटर संचालक अनंत राज वर्मा, कॉल सेंटर के प्रबंधक संकल्प व रजत मिश्रा, कर्मचारी विवेक सिंह के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस ने बताया कि इनके अलावा हरियाणा के नूंह के रहने वाले मयंक व पुष्पेंद्र चौहान, मध्य प्रदेश के रहने वाले विशाल व शिवम, भोंडसी के रहने वाले रविशंकर, केरल के रहने वाले विकास प्रकाश, गुरुग्राम के गांव नाथूपुर के रहने वाले पुष्पेंद्र सिंह और पंजाब के लुधियाना के रहने वाले अजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।










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