Grandmaster D Gukesh: ग्रैंडमास्टर डी गुकेश का स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत, चेन्नई एयरपोर्ट पर देखिये कैसे उमड़े फैंस

डीएन ब्यूरो

कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश स्वदेश लौट आये हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

ग्रैंडमास्टर डी गुकेश का भव्य स्वागत
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश का भव्य स्वागत


चेन्नई: कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले और गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ने भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश स्वदेश लौट आये हैं।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार गुकेश गुरुवार तड़के चेन्नई एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां भारी संख्या में मौजूद उनके प्रशंसकों, स्कूली छात्रों, युवाओं और करीबियों ने उनका भव्य स्वागत किया। गुकेश पर पुष्पवर्षा की गई और उन्हें फूल मालाएं पहनाई गई।

इस मौके पर गुकेश के स्कूल वेलामल विद्यालय से भी बड़ी संख्या में छात्र रात को ही एयरपोर्ट पहुंच गये थे। लंबे इंताजर के बाद गुकेश की झलक पाकर ये छात्र खुशी से झूम उठे। उन्होंने भी गुकेश को मला पहनाई। 

एयरपोर्ट से बाहर आते ही गुकेश को उनके फैंस ने घेर लिया। फैंस ने गुकेश को मालाएं पहनाई। पुलिस को उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

गुकेश टोरंटो में हुए प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट को जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने हैं। उन्होंने ग्रैंडमास्टर गैरी कास्पारोव का 40 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। वह विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय भी हैं।

गुकेश ने टोरंटो में 14वें और अंतिम राउंड में अमेरिकी हिकारू नाकामुरा के साथ आसान ड्रॉ खेला और टूर्नामेंट को 14 में से नौ अंकों के साथ समाप्त किया था। 

इस जीत के बाद उन्होंने अपनी खुशी का इजाहर किया और अपने अनुभव को सार्वजनिक तौर पर साझा किया। 

युवा शतरंज खिलाड़ी गुकेश की मां पदमा एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं। उनके पिता रजनीकांत पेशे से एएनटी सर्जन हैं। लेकिन गुकेश का समर्थन करने के लिए उन्होंने अपनी प्रैक्टिस छोड़ दी थी और वो गुकेश के साथ टोरंटो गए थे।










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