युवा हल्ला बोल के गोविन्द मिश्रा बोले- भर्ती करने के बजाय पदों को खत्म करने पर आमादा है सरकार, देशव्यापी आंदोलन में उठेगा ये मुद्दा

डीएन ब्यूरो

युवाओं के संगठन 'युवा हल्ला बोल' के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा ने सरकार पर युवाओं की भर्ती करने के बजाय पदों को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

'युवा हल्ला बोल' के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा
'युवा हल्ला बोल' के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा


लखनऊ: युवाओं के संगठन 'युवा हल्ला बोल' के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा ने सरकार पर युवाओं की भर्ती करने के बजाय पदों को खत्म करने पर आमादा होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रोजगार के मोर्चे पर डबल इंजन की सरकार युवाओं को डबल धोखा दो रही है। 

राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी के 2 अगस्त को राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में दिये गये आंकड़ों का हवाला देते हुए सरकार पर स्वीकृत पदों को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाय। गोविन्द मिश्रा ने कहा कि राज्यसभा में मंत्री ने जवाब में बताया है कि कुल स्वीकृति पदों में से देश भर में 7 लाख 47 हजार 565 पद अभी भी रिक्त हैं।

गोविंद मिश्रा ने कहा कि देशभर में शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं में काफी आक्रोश है। आकड़ों से पता चला है कि पिछले दो साल में देशभर के कक्षा 1 से 8 तक के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के 1,90,790  पद खत्म कर दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि संगठन के युवा नेता अनुपम के नेतृत्व में हो रहे देशव्यापी आंदोलन में शिक्षकों का मुद्दा उठेगा। उन्होंने कहा कि 'संयुक्त युवा मोर्चा' के जरिये देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। जिसमें जगह जगह युवाओं की पंचायत बुला कर रोज़गार विरोधी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। आगामी 5 सितंबर को प्रयागराज में युवा पंचायत करने की योजना है।

संगठन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2020-21 में पूरे देश में 50,01,016 पद स्वीकृति थे जबकि 2022-23 में कुल 48,10,2226 पद स्वीकृति हैं। अकेले उत्तर प्रदेश से 1,39,777 पदों को खत्म कर दिया गया है।










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