राशन माफिया हुए जिले में हावी, गरीबों का अनाज खुद डकार रहे कोटेदार

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद में सरकारी योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं। अब तक इन लोगों के पास राशन कार्ड जैसे मूलभूत दस्तावेज तक नहीं हैं। जिससे मुफ्त मिल रहे राशन से भी इन गरीबों को वंचित होना पड़ रहा है। पढें डाइनामाइट न्यूज की ये खास एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

मनियार छपरा के निवासी
मनियार छपरा के निवासी


भिटौली (महराजगंज): सदर विकास खण्ड के ग्रामसभा अगया के मनियार टोला में आज भी दर्जनों लोग राशन कार्ड जैसे मूलभूत दस्तावेज से वंचित हैं। जिनके पास राशन कार्ड हैं भी, तो उन्हें भी राशन नहीं मिल पा रहा है। कुछ ऐसे भी लोग प्रकाश में आए जिनके पास नौ यूनिट का राशन कार्ड है जिसमें वर्षों पहले चार यूनिट क्यों काट दिया गया, नागरिकों को नहीं मालूम ही नहीं है। डाइनामाइट न्यूज की टीम ने जब मनियार छपरा टोला पहुंचकर नागरिकों से बात की तो तमाम चौंकाने वाले तथ्य निकलकर सामने आए। 

केस एक
रामसेवक मनियार छपरा टोला थाना भिटौली के निवासी हैं। रामसेवक गुमटी चलाकर किसी तरह जीविकोपार्जन कर रहे हैं। रामसेवक ने डाइनामाइट न्यूज संवाददाता से अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि मेरी 58 वर्षीय पत्नी फूलमती का राशन कार्ड तो बना है लेकिन 3 वर्ष से इस कार्ड पर कोटेदार राशन नहीं दे रहे हैं। और क्यों नहीं देंगे, इसका कारण भी हमें नहीं बताया जा रहा है। 
केस दो
कमलावती पत्नी बृजलाल ने बताया कि हमारा  नौ यूनिट का राशन कार्ड बना है। लेकिन चार यूनिट का राशन पिछले 4 वर्ष से नहीं मिल रहा है। केवल पांच यूनिट का राशन हमें मिल रहा है। जबकि चार यूनिट का हमारा राशन आखिर कहां जा रहा है, यह कोटेदार नहीं बता रहे हैं।
केस तीन 
जितेंद्र बताते हैं कि मेरी पत्नी गुड्डी का राशन कार्ड आज तक बन पाया है। मेरे दो छोटे बच्चे आर्यन, प्रियांशु हैं। किसी तरह मजदूरी कर परिवार का जीविकोपार्जन कर रहा हूं।
इनका नहीं बना कार्ड
गिरिजेश का कहना है कि मेरी पत्नी मनीषा का कार्ड नहीं बना है। मेरे चार पुत्रियां शिवांगी, शिवन्या, प्रीता, रिया है। मजूदरी कर किसी तरह महंगा अनाज खरीद कर परिवार को खिला रहा हूं। 










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