Crime in Gorakhpur: गोरखपुर में गोली लगने से घायल युवा दवा व्यवसायी की मौत, मचा कोहराम, जानिये पूरा मामला
गोरखपुर शहर के शाहपुर में गोली लगने से घायल दारोगा पुत्र व युवा दवा व्यवसायी की लखनऊ ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: शाहपुर थाना क्षेत्र में गोली लगने से घायल दारोगा पुत्र व युवा दवा व्यवसायी विकास तिवारी की मौत हो गई। विकास तिवारी को इलाज के लिये लखनऊ स्थित केजीएमयू ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ जारी है। मृतक विकास की दो साल पहले ही शादी हुई थी। उनका एक बेटा था। विकास की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक शाहपुर थाना पुलिस को दी गई तहरीर में विकास तिवारी के पिता और रिटायर्ड दारोगा रविन्द्र तिवारी में कहा है कि गुरुवार की रात आठ बजे विकास अपनी पत्नी गरिमा के साथ असुरन के पास स्थित रिलायंस ट्रेंड में खरीददारी करने गए थे। वहां पर राप्ती नगर फेज चार निवासी पंकज त्रिपाठी ने पुरानी रंजिश में अपने भाई अखिलेश व साथी लकी के साथ मिलकर पिस्टल से गोली मार दी। गोली लगने से विकास घायल हो गया।
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घटनास्थल पर मौजूद राजन द्विवेदी, गौरव पांडेय, राघवेंद्र सिंह और श्रीधर शुक्ल गंभीर स्थिति में विकास को मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया। बाराबंकी पहुंचने पर उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी लकी को हिरासत में लिया है, जिससे शाहपुर थाना पुलिस पूछताछ कर रही है।
विकास त्रिपाठी का परिवार मूल रूप से देवरिया जिले के खुखुंदू थानाक्षेत्र स्थित तिलौली गांव का रहने वाला है। विकास के पिता रविन्द्र तिवारी और उनकी पत्नी दमयंती उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वे गोरखपुर के शाहपुर के राप्तीनगर फेज चार में मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं।
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विकास की शादी दो साल पहले पादरी बाजार की रहने वाली गरिमा तिवारी से हुई थी। उसकी एक बेटी है। विकास की मौत के बाद से पूरे परिवार में मातम छाया है। वहीं पत्नी गरिमा और मां दमयंती का रो-रो कर बुरा हाल है।