श्रीनगर में लापता जवान का पता लगा लिया जाएगा: डीजीपी

डीएन ब्यूरो

जम्मू कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों को कुलगाम जिले से लापता सेना के जवान के सुराग मिले हैं और उन्हें विश्वास है कि जल्द ही जवान का पता लगा लिया जाएगा।

लापता जवान का पता लगा लिया जाएगा (फाइल)
लापता जवान का पता लगा लिया जाएगा (फाइल)


श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों को कुलगाम जिले से लापता सेना के जवान के सुराग मिले हैं और उन्हें विश्वास है कि जल्द ही जवान का पता लगा लिया जाएगा।

जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ''कुछ दिन पहले सेना का एक जवान छुट्टी पर था, उसके लापता होने की सूचना मिली। इसके लिए पुलिस और सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया जिसमें उससे जुड़े सुराग मिले हैं, हम उसका पता लगा लेंगे।''

इस बीच, सेना के जवान जावेद अहमद वानी का पता लगाने के लिए चल रहे तलाशी अभियान को मंगलवार को तीन दिन हो गए। वहीं, जांच दलों ने कथित अपहरण मामले के संबंध में और अधिक संदिग्धों से पूछताछ की है।

सैनिक को लद्दाख क्षेत्र में तैनात किया गया था और उसे रविवार से अपनी ड्यूटी पर लौटना था लेकिन वह शनिवार शाम से लापता हो गया। उसकी कार परनहॉल में मिली।

वानी के पिता ने अपहरणकर्ताओं से उसे छोड़ने की अपील की है क्योंकि वह परिवार में अकेला कमानेवाला है।

मोहम्मद अयूब वानी ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ''मैं सभी भाइयों से उसे (बेटे को) जीवित छोड़ने की अपील करता हूं। अगर उसने किसी को परेशान किया है तो मैं माफी मांगता हूं। अगर वो चाहते हैं तो मैं उसकी नौकरी छुड़वा दूंगा।''

वानी ने कहा कि उनका बेटा शनिवार शाम को मांस लेने गया था क्योंकि रविवार को वह वापस अपनी ड्यूटी पर लौटने वाला था ।

पिता ने कहा, ''उसने अपने भाई से उसे कल यानी रविवार को हवाईअड्डे पर छोड़ने के लिए कहा था। बाद में हमें एक कॉल आई कि उसकी कार मिली है जिसके दरवाजे खुले हुए हैं।''

चश्मदीदों ने दावा किया है कि कार में खून के निशान हैं जबकि अधिकारियों ने ना तो इस बात की पुष्टि की है और ना ही इससे इंकार किया है ।

हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि लापता जवान का आतंकियों ने अपहरण किया है या नहीं। छुट्टी के दौरान कश्मीर में लापता होने वाला वह चौथा जवान है।

आतंकवादियों ने मई 2017 में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का शोपियां जिले में उनके चाचा के घर से अपहरण कर लिया था, जहां वे एक शादी में शामिल होने गए थे।

जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिनका शव अगली सुबह बरामद किया गया था ।

इसी तरह, आतंकवादियों ने सेना के जवान औरंगजेब को अगवा कर लिया था जब वह जून 2018 में पुलवामा जिले से अपने घर पूंछ जा रहा था। आतंकवादियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी और इसका वीडियो जारी किया।

एक अन्य जवान समीर मल्ला का भी आतंकवादियों ने मार्च 2022 में अपहरण कर लिया था जिनका शव तीन दिन बाद बड़गाम जिले में मिला था।

 










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