महराजगंज जिले में वन माफिया हुए हावी, मामला अवैध लकड़ी को ठिकाने लगाने का, डीएफओ नहीं देना चाहते जबाब

जनपद का वन विभाग एक बार फिर चर्चाओ में है। इस बार एक रेंजर पर गंभीर आरोप लगा है कि लकड़ी तस्करों की सांठगांठ से रेंज में रखी अवैध लकड़ी को उन्होंने ठिकाने लगवा दिया है। अब वन महकमा लीपापोती में जुटा हुआ है। जानिए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 February 2024, 9:13 PM IST
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महराजगंज: जिले के वन महकमे में क्या हो रहा है, इसे जान हर कोई हैरान है। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के निचलौल रेंज स्थित डोमा में बेशकीमती लकडियों की तस्करी का एक मामला सामने आया है। टीम ने जब पडताल की तो वन विभाग के होश उड़ गए।

ट्रक पर नीचे लदी बेशकीमती और ऊपर नीलाम हुई गैर इमारती लकड़ी की जब तलाशी हुई तो सारा भेद खुला।

ठेकेदार और रेंजर की मिलीभगत की पोल तब खुलकर सामने आई जब नीलाम हुई गैर इमारती लकड़ियों को लेकर जा रहे ट्रक की तलाशी ली गई।

मामला शनिवार की देर रात की है जब ट्रक नंबर यूपी 53 सीटी 4387 की जांच हुई तो वन विभाग की यह काली करतूत उजागर हुई है। 

इन्होंने की छापेमारी

सदर बीट के रेंजर अनुराग आनंद एवं एसडीओ अनुराग तिवारी मय फोर्स वन विभाग ने छापेमारी कर ट्रक को पकड़ा और इस पर लदी सारी लकड़ियों को उतरवाया गया जिसमें नीचे बेशकीमती लकड़ियां निकलीं। 

अवैध साखू, सागौन की लकडी बरामद सागौन, साखू, शीशम, जामुन सहित कुल दर्जनों बोटा लकडी बरामद की गई है। वन विभाग ने इसे को अपने कब्जे में ले लिया है। 

नहीं उठा डीएफओ का फोन 

इस संबंध में जब डाइनामाइट न्यूज ने प्रभागीय वनाधिकारी नवीन प्रकाश शाक्य से संपर्क करना चाहा तो उनका फोन नही उठा।

मामला चर्चा में आने के बाद निचलौल रेंजर सुनील राव, ठेकेदार जसराम बातचीत करने से कतराते रहे और महकमा मामले को मैनेज करने में जुट गया।

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