Lockdown in Maharajganj: गरीब और मजदूरों के लिए युवा करा रहे भोजन व्यवस्था, लॉकडाउन में बढ़ा रहे मदद का हाथ

डीएन ब्यूरो

पूरी दुनिया में कोरोना के कारण अब तक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भारत में भी 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। जहां एक तरफ लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने-अपने घरों में हैं वहीं दूसरी ओर कई लोग ऐसे भी हैं जो इस लॉकडाउन के दौरान अपने घरों से दूर हैं। ऐसे में सिसवा के युवाओं द्वारा नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में इन गरीबों की मदद के लिए कदम उठाया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..



महराजगंजः विश्व में कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों का लाकडाउन कर दिया गया है। लॉकडाउन होने के बाद दहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के लिए दिक्कतें होने लगी हैं। बाहर में मजदूरी वाले लोग किसी तरह कमाए हुए पैसे से कुछ दिन तक ही अपना गुजारा कर पाए हैं।

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कुछ लोग किसी तरह अपने घर का सफर पैदल ही गांव तक तय कर रहे हैं तो किसी ने आधे रास्ते में वाहन का सहारा लिया।

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वहीं लॉकडाउन के तीसरे दिन से ही सिसवा के युवाओं द्वारा गरीब और दहाड़ी मजदूरी और अन्य भुखे लोगों की मदद के लिए सुबह शाम प्रतिदिन 500 से 750 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था में युवा सेवा में लीन हो गए हैं। 

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लॉकडाउन के 19 दिन जब डाइनामाइट न्यूज़ की टीम पहुंची तो युवाओं ने कहा की हम लोग मिलकर लगातार जरूरतमंदों को भोजन और राशन सामग्री घर-घर जाकर पहुंचा रहे है। वहीं सिसवा के युवाओं ने कहा की ऐसे घरों तक खाने की चीजें पहुंचाना है, जिनका रोजगार लॉकडाउन से प्रभावित हो गया है और जहां आज तक राहत साम्रगी नहीं पहुंची है वहां तक साम्रगी पहुंचाना है।










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