ग्राम विकास अधिकारी की पिटाई के आरोप में महिला प्रधान के पति और बेटे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

डीएन ब्यूरो

भदोही जिले के ज्ञानपुर थाना क्षेत्र में एक गांव प्रधान के परिजनों ने बिना काम के फ़र्ज़ी भुगतान कराने को लेकर एक ग्राम विकास अधिकारी के साथ कथित रूप से गाली- गलौज की और लाठी से पीट-पीट कर उन्हें घायल कर दिया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महिला प्रधान के पति और बेटे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
महिला प्रधान के पति और बेटे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज


भदोही: भदोही जिले के ज्ञानपुर थाना क्षेत्र में एक गांव प्रधान के परिजनों ने बिना काम के फ़र्ज़ी भुगतान कराने को लेकर एक ग्राम विकास अधिकारी के साथ कथित रूप से गाली- गलौज की और लाठी से पीट-पीट कर उन्हें घायल कर दिया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मामले में महिला प्रधान के पति और बेटे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ज्ञानपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अश्विनी कुमार त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार प्रजापति चक सिखारी गांव में विकास कार्य की जांच के लिए बुधवार की सुबह गए थे, जहां गांव की महिला प्रधान मंजू देवी के पति जय प्रकाश मिश्रा और उनके बेटे रिशु मिश्रा ने स्कूल में टाइल्स नहीं होने और आवास योजना एवं गांव को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त)बता कर फ़र्ज़ी भुगतान का दबाव बना रहे थे।

त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार ने इससे इंकार कर दिया तो उन्हें सड़क से खींच कर एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया गया और बाप-बेटे ने उन्हें जमकर पीटा। पुलिस के अनुसार इस दौरान उनका मोबाइल छीन लिया गया एवं भुगतान नहीं होने पर दो दलितों को बुलाकर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराने और जान से मारने की धमकी दी गयी।

त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले में मिली तहरीर के आधार पर महिला प्रधान के पति जय प्रकाश मिश्रा और उसके बेटे रिशु मिश्रा के खिलाफ भादंसं की धाराओं 332 (सरकारी कार्य में व्यवधान), 342 (किसी को जबरन रोकना),323 (जानबूझकर स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

ला विकास अधिकारी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी से कुछ भुगतान को लेकर विवाद हुआ। उनका कहना था कि यदि कार्य हुआ है तो उसकी जांच कर भुगतान किया जाता है, लेकिन फ़र्ज़ी भुगतान को लेकर कर्मचारी को कमरे में बंद कर पीटना एक गंभीर बात है।

प्रकाश ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी से लिखित शिकायत प्राप्त हुई है और मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है।










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