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Family Murder in Saharanpur: तीन बच्चों के बाद मां की भी हुई मौत, शक की वजह से भाजपा नेता का पूरा परिवार हुआ खत्म

सहारनपुर में भाजपा नेता ने अपने पूरे परिवार को गोली मार दी थी, जिसमें उसके तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी और अब मां ने भी दम तोड़ दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Family Murder in Saharanpur: तीन बच्चों के बाद मां की भी हुई मौत, शक की वजह से भाजपा नेता का पूरा परिवार हुआ खत्म

सहारनपुर: गंगोह क्षेत्र के गांव सांगाठेड़ा में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में सोमवार शाम एक और जिंदगी मौत के आगे हार गई। भाजपा नेता योगेश रोहिला की पत्नी नेहा रोहिला ने चंडीगढ़ के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह बीते ढाई दिन से वेंटिलेटर पर जिंदगी की जंग लड़ रही थी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शनिवार दोपहर हुई इस वारदात में योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों के सिर में गोली मार दी थी। मौके पर ही आठ साल की बेटी श्रद्धा की मौत हो गई थी, जबकि दोनों बेटे, सात साल का देवांश और चार साल का शिवांश, अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ बैठे। गंभीर रूप से घायल नेहा को पहले जिला अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज और उसके बाद चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गया था।

डॉक्टरों ने नेहा को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन 51 घंटे की जंग के बाद सोमवार शाम पांच बजे उसने भी अंतिम सांस ली। नेहा की मौत के बाद गांव और परिजनों में एक बार फिर से मातम पसर गया। मासूम बच्चों की चिताएं अभी ठंडी भी नहीं हुई थीं कि अब नेहा की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

क्या था पूरा मामला?

शनिवार दोपहर गंगोह थाना क्षेत्र के सांगाठेड़ा गांव में पारिवारिक कलह के चलते भाजपा नेता योगेश रोहिला ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से पत्नी नेहा और तीन बच्चों पर गोलियां बरसा दी थीं। बताया जा रहा है कि योगेश को पत्नी के चरित्र पर शक था, जिससे गुस्से में उसने यह खौफनाक कदम उठाया।

घटना के बाद योगेश ने खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल वह जेल में है और पूरे गांव में इस दिल दहला देने वाली वारदात को लेकर आक्रोश और शोक का माहौल है।

अब पूरा परिवार खत्म

इस हत्याकांड में तीन मासूम बच्चों की मौत के बाद अब नेहा रोहिला की मौत ने इस परिवार की कहानी ही खत्म कर दी। गांव के लोग स्तब्ध हैं कि आखिर एक शक और गुस्से में किस तरह एक बसा-बसाया परिवार मिट्टी में मिला दिया गया।
 

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