Uttar Pradesh: यूपी में फर्जी बेसिक शिक्षकों की अब खैर नहीं, होगी ये बड़ी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षकों पर अब सख्ती बरती जा रही है। शिक्षकों के इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब ये सख्त कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Updated : 2 March 2021, 4:09 PM IST
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लखनऊः उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब सख्ती आजामाई जा रही है। यूपी में कुल 812 शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लिया गया है।

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में तैनात 812 शिक्षकों की सेवा समाप्त करते हुए उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश हुए हैं। इन सभी शिक्षकों के पास आगरा विश्वविद्यालय के डिग्री हैं। कुछ दिनों पहले ही हाई कोर्ट ने इनकी डिग्रीयों को फर्जी करार दिया था। 

बता दें कि हाई कोर्ट ने किरनलता सिंह व अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य की सुनवाई को दौरान इन शिक्षकों की डिग्री को फर्जी करार दिया था। साथ ही नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए थे। साथ ही कहा था कि अगर इनमें से किसी का ट्रांसफर किसी और जगह हो गया है तो संबंधित बीएसए को इसकी सूचना दें। जिलों में कार्यरत इन शिक्षकों को चिन्हित करके नियमानुसार सेवा समाप्ति और एफआइआर की कार्रवाई की जाए। 

हाई कोर्ट ने सात अभ्यर्थियों के संबंध में उपलब्ध कराए गए अभिलेखों के आधार पर यूनिवर्सिटी और राज्य को आदेश की तारीख से एक महीने तक का समय पुनर्विचार के लिए दिया है। इनमें सुरेंद्र कुमार पुत्र मंजू लाल, राजीव सिंह यादव पुत्र राम लदित यादव, संदीप कुमार पुत्र अजय पाल सिंह, रीता गौतम पुत्री श्रीराम गौतम, रीता यादव पुत्री जानकी लाल यादव, अनिरुद्ध पुत्री राजेंद्र सिंह व रेखा लवनिया पुत्री विजेंद्र सिंह की सेवा एक माह तक जारी रहेगी।

Published : 
  • 2 March 2021, 4:09 PM IST