एटा: अमृत महोत्सव कार्यक्रम में नौनिहालों ने बिखेरा देशभक्ति का रंग, डीएम ने किया शहीदों के परिजनों को सम्मानित

डीएन ब्यूरो

एटा में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में स्कूली छात्रों ने जहां रंगारंग प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा वहीं डीएम अंकित कुमार अग्रवाल, विधायक और अन्य गणमान्य लोगों ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया। पढ़िये पूरी रिपोर्ट



एटा: अमृत महोत्सव कार्यक्रम में नौनिहालों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभी को देशभक्ति के रंग से सरोबार कर डाला। स्कूली छात्रों के शानदार कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों का मन मोहा। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल के साथ सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड, मारहरा विधायक वीरेन्द्र वर्मा, पुलिस कप्तान उदयशंकर सिंह ने लोकतंत्र सेनानियों और अमर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया।  

अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आगाज छात्रों ने “मेरा रंग दे वसंती चोला” गीत के साथ किया। इस दौरान सभी देशभक्ति के रंग में डूबे रहे। इसके बाद छात्रों ने एख के बाद कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अमर बीर शहीदों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। देश की आजादी प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों के माता-पिता, पत्नी, पुत्र-पुत्री को  सम्मानित किया गया। 

इस मौके पर विधायक विपिन वर्मा ने कहा कि शहीद दिवस के इस कार्यक्रम में देश के वीर सपूतों के माता-पिता का आशीष लेने का सौभाग्य सभी को प्राप्त हुआ है। उन्होंने अपने जीवन को देश के सम्मान और आजादी के लिए खपाने वाले शहीदों को नमन कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 

विधायक वीरेन्द्र वर्मा ने कहा कि आजादी के लिए किये गए लंबे आंदोलन के बाद हमें स्वतंत्रता मिली। इसलिये इसे बनाये रखना हम सबका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनो कर्तव्यों का निर्वहन जिम्मेदारी से करना है और देश की सेवा पहला कर्तव्य है। हमारी युवा पीढ़ी को हमारे आजादी के संघर्षों का सही इतिहास का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।

पुलिस कप्तान उदयशंकर सिंह ने अमर बलदानियों को याद करते हुए कहा कि उनके अंदर वो कौन सी ऐसी वस्तु थी, जिसने उन्हें इतने अत्याचार सहने की शक्ति दी। उन्होंने सभी से “अप्प दीपो भव” के मूल मंत्र को अंगीकार करने की अपील की ताकि सारे समाज में बदला लाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोई हमारी संपदा पर कब्जा कर सकता है लेकिन  आत्मशक्ति पर नहीं। 

जिलाधिकारी ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत को काकोरी संघर्ष से बड़ी चुनौती मिली। हमारे देश ने स्वतंत्रता के लिये हिंसा से अधिक अहिंसा के तरीकों का प्रयोग किया और आजादी के सपने को पूर्ण किया। यह भारत की सबसे बड़ी महानता है। 










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