Encephalitis in UP: यूपी के कासगंज में गरीब परिवार पर टूटा दिमागी बुखार का कहर, एक बच्चे की मौत, दो अस्पताल में भर्ती

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद में एक परिवार पर दिमागी बुखार का कहर टूट पड़ा। दिमागी बुखार के कारण तीन बच्चों में से एक की मौत हो गई, जबकि को दो गंभीर है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



कासगंज:  उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद में दिमागी बुखार यानि मेनिन्जाइटिस का एक गंभीर मामला सामने आया है। जनपद के नदरई गाँव निवासी राजेश का परिवार दिमागी बुखार के कारण इस समय बड़े संकट में फंसा हुआ है। राजेश अपने पांच वर्षीय बेटे दीपक को खो चुका है, जबकि उसकी दो बेटियां मोहनी और चांदनी जनपद के सरकारी अस्पताल में दिमागी बुखार से ग्रस्त होकर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं। पीड़ित पिता बच्चों के इलाज के लिये दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।  

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यहां के सरकारी अस्पताल से बच्चों को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भी ऱैफर किया गया लेकिन वहां से भी इन बच्चों को वापस भेज दिया गया। दिमागी बुखार के ग्रस्त बच्चों को बेहतर इलाज के लिए फिर डॉक्टर ने राजेश  को बाहर इलाज कराने की भी सलाह दी। लेकिन गरीबी के चलते वह बाहर इलाज नहीं करा पा रहे हैं। राजेश अब अपने बच्चों की सलामती के लिए सरकार से गुहार लगा रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बताया कि ये बच्चे मेनिनजाइटिस केस से संबंधित हैं, जिसकी जांच की व्यवस्था और दवाई यहाँ के अस्पताल में उपलब्ध नही है। इनको अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज को रैफर किया गया था लेकिन पता नहीं कि किन कारणों की वजह से इनका इलाज वहां संभव नहीं हो पाया।

राजेश की सात वर्षीय बेटी मोहनी और नौ वर्षीय चांदनी सरकारी अस्पताल में भगवान के भरोसे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। पीड़ित पिता राजेश ने बताया कि इसी रोग के चलते उसके एकमात्र पुत्र दीपक (5 वर्ष) की मौत हो चुकी है और शेष दोनों बेटियों को रोजाना जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ते हुए देख रहा हूँ।

सरकार द्वारा मेडिकल सुविधाओं के बड़े दावों के बीच मोहनी और चांदनी फिलहाल भगवान भरोसे ही है।










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