APJ Abdul Kalam: वैज्ञानिक नहीं कुछ और बनना चाहते थे डॉ. कलाम, जानिए क्यों टूट गया ये सपना

डीएन ब्यूरो

आज पूरा देश भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर उन्हें याद कर रहा है। क्या आपको पता है कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम वैज्ञानिक नहीं बल्कि कुछ और बनना चाहते थे। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम  (फाइल फोटो)
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (फाइल फोटो)


नई दिल्लीः हर साल 15 अक्टूबर को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे मनाया जाता है। पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन के नाम से लोकप्रिय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है। बहुत ही कम लोग जानते होंगे की डॉ. कलाम वैज्ञानिक नहीं बल्कि कुछ और बनना चाहते थे। जानिए क्यों टूट गया उनका ये ख्वाब।

बनना चाहते थें पायलट
मिसाइलमैन ने अपनी पुस्तक ‘माइ जर्नी : ट्रांसफोर्मिंग ड्रीम्स इन टू एक्शन’ में इस बात का जिक्र किया है कि वे पायलट बनना चाहते थे। लेकिन पायलट बनने से केवल एक कदम दूर रह गए थे।

दो जगह दिए थे इंटरव्यू
उन्होंने दो जगह इंटरव्यू दिए। एक इंडियन एयरफोर्स में देहरादून और दूसरा डायरेक्टरेट ऑफ टेक्निकल डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन (डीटीडीपी), रक्षा मंत्रालय। देहरादून में उन्हें 25वां स्थान मिला था, बल्कि सिर्फ 8 लोगों का ही यहां सिलेक्शन होना था। इस तरह से उनका पायलट बनने का सपना टूट गया।










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